लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह ने जनपद रायबरेली के लालगंज कोतवाली में पुलिस कस्टडी में पुलिस द्वारा पिटाई के फलस्वरूप हुयी मृत्यु पर आक्रोश व्यक्त करते हुये कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था के लिए यह बहुत बड़ी विडम्बना है कि पुलिस रक्षक की बजाय भक्षक की भूमिका निभा रही है। सूत्रों के अनुसार कहीं पर बेगुनाह को घर से पकड़कर एनकाउन्टर कर दिया जाता है तो कहीं थर्ड डिग्री टार्चर के फलस्वरूप लोगों के हाथ पैर बेकार कर दिये जाते हैं। लालगंज कोतवाली की घटना मेेें इतना अधिक टार्चर किया गया कि उसकी मृत्यु हो गयी और अस्पताल ले जाने का झूठा नाटक प्रस्तुत किया गया।
श्री सिंह ने कहा कि घटना की लालगंज कोतवाली के बेहटा कला पूरे बैजू गांव के मोहित और सोनू को पुलिस बाईक चोरी के आरोप में गिरफ्तार करके ले जाती है और लगातार दोनो भाईयों की पिटाई की जाती है तत्पष्चात सोनू को छोड दिया जाता है परन्तु मोहित की दुर्दशा इतनी अधिक हो जाती है कि उसे छोडने में पुलिस संकोच करती है और अन्ततोंगत्वा मोहित की मृत्यु हो जाती है।
सोनू ने बताया कि पुलिस द्वारा 20 हजार रूपये घूस मांगे जा रहे थे जिसे न देने पाने की स्थिति में हम लोगों की पिटाई हुयी। मत्यु के पष्चात मोहित के परिजनों अनेकों ग्रामीण लालगंज कोतवाली का घेराव और प्रदर्शन किया जो पुलिस व्यवस्था के लिए शर्मनाक है।
रालोद के राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह ने कहा कि वह स्वयं घटनास्थल की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए जायेंगे तथा पार्टी की ओर से प्रतिनिधि मण्डल अवध क्षेत्र के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में भेजा जायेगा जो स्थिति की सही जानकारी लेकर प्रदेश अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।