शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद का मुद्दा उठा सकते हैं. खास बात ये है कि इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद रहेंगे. ये बैठक 16-17 सितंबर को ताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे में होगी.
यूएनएससी और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में अफगानिस्तान पर भारत के बयानों को ध्यान में रखते हुए बात रखी जाएगी. हालांकि कहा जा रहा है कि इस बात की संभावना काफी कम है कि पीएम मोदी अपने बयान में तालिबान का नाम लेंगे. भारत ने हाल के दिनों में तालिबान और पाकिस्तान के रिश्तों के लेकर चिंता जताई है.
पिछले महीने भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक मजबूत प्रस्ताव सामने रखा है, जिसमें मांग की गई है कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी भी देश या आतंकवादियों को पनाह देने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.