बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के पांच सितंबर से तीन दिवसीय भारत दौरा करने की संभावना है और इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी बातचीत के केंद्र में क्षेत्रीय स्थिरता और रक्षा सहयोग का मुद्दा प्रमुख रहेगा। कोरोना महामारी के पश्चात यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
विदेशी संबंध विशेषज्ञों ने कहा कि वर्ष 2023 में बांग्लादेश के आम चुनावों से पहले हसीना की भारत यात्रा महत्वपूर्ण प्रतीत होती है। भारत के साथ मुद्दे कुछ हद तक चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं.वैश्विक आर्थिक संकट के कारण अपनी अर्थव्यवस्था पर मंडराते खतरे के मद्देनजर ढाका ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को स्थिर करने के लिहाज से कर्ज के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का दरवाजा खटखटाया है।
इस दौरे की जानकारी रखने वाले विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘हमने उनका हसीना का कार्यक्रम लगभग तय कर लिया है और उनके तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर पांच सितंबर को दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। वर्ष 2019 के बाद यह हसीना का पहला भारत दौरा है।’
हसीना पांच से आठ सितंबर के मध्य भारत में ही रहेंगी। वह राजस्थान के जयपुर और अजमेर शरीफ की भी दौरा करेंगी। इससे पूर्व उनके व भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के बीच द्विपक्षीय संवाद की उम्मीद है। इस दौरान दोनो नेता आभासीय माध्यम से बांग्लादेश से भारत के लिए संयुक्त रूप से ‘स्वाधीनता सड़क’ का भी अभिमुखीकरण कर सकते हैं।