लखनऊ। खालसा पंथ के स्थापना दिवस (बैसाखी पर्व) पर आज 7 अप्रैल को एक प्रभात फेरी प्रातः 7:00 बजे ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला से निकली। इस प्रभात फेरी की अगुवाई परम्परागत वेशभूषा से सुसज्जित पांच प्यारे अपने हाथों में खुली कृपाण लेकर कर रहे थे, जिनके पीछे विशेष रूप से सजाई गई फूलों से सुसज्जित भव्य पालकी साहिब में सुशोभित गुरू ग्रन्थ साहिब जी को ज्ञानी लखविंदर सिंह चांवर कर रहे थे।
उक्त पालकी साहिब के आगे मार्ग की सफाई करके पंजाबी यूथ एसोसिएशन के सदस्य और संगत गुरू ग्रन्थ साहिब जी की सवारी के लिये मार्ग पर पुष्प बिछा रहे थे। यह प्रभात फेरी गुरूद्वारा साहिब से नाका चौराहा, डीएवी कालेज रोड, मोती नगर चौराहा, आर्या नगर होती हुई वापस गुरूद्वारा साहिब पहुॅची।
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इस प्रभात फेरी में गुरूनानक गर्ल्स इण्टर कालेज बांस मंडी, गुरूनानक विद्यालय चन्दर नगर की बच्चियों एवं खालसा इण्टर कालेज के बच्चों ने बैण्ड बाजों के साथ भाग लिया।
इस प्रभात फेरी में कई निष्काम जत्थों, सिख यंग मेन्स एसोसिऐशन, सिक्ख सेवक जत्था, यूथ खालसा एसोसियेशन, दशमेश सेवा सोसाइटी, सुखमनी साहिब सेवा सोसाइटी, माता गुजरी सत्संग सभा ने प्रभात फेरी में शबद कीर्तन गायन किया। प्रभात फेरी के सम्पूर्ण मार्ग में श्रद्धालुओं द्वारा शीतल पेय, चाय, बिस्कुट, समोसे, पकौडे़ एवं बाबा दीप सिंह फाउन्डेशन द्वारा हैप्पी पानी का स्टाल लगाकर प्रसाद के रूप में वितरित किया गया।
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महामंत्री हरमिन्दर सिंह टीटू, सतपाल सिंह मीत ने प्रसाद वितरित करने वाले प्रबंधकों को गुरू घर का सम्मान सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। मोती नगर चौराहे पर क्षेत्रीय पार्षद चरणजीत राजू गांधी और उनके सहयोगियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सिरोपा सम्मान देकर सम्मानित किया गया।
प्रभात फेरी के वापस गुरुद्वारा साहिब में पहुंचने पर तजिंदर सिंह, कुलदीप सिंह सलूजा, इंद्रजीत सिंह और दशमेश सेवा सोसाइटी के सदस्यों ने संगतों में गुरु का लंगर वितरित किया।
लखनऊ गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी एवं ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह बग्गा ने खालसा पंथ के स्थापना दिवस की बधाई देते हुए बताया कि खालसा पंथ का स्थापना दिवस (बैसाखी पर्व) 13 अप्रैल शनिवार को ऐतिहासिक गुरूद्वारा नाका हिण्डोला में बड़ी श्रद्धा व हर्षोल्लास से मनाया जायेगा।
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स्टेज सेक्रेट्ररी सतपाल सिंह मीत ने बताया कि इस कार्यक्रम में पंथ प्रसिद्ध रागी जत्थे भाई सिमरनजीत सिंह हजूरी रागी दरबार साहिब अमृतसर, साहिब भाई नरिन्दर सिंह बनारस वाले, भाई राजिन्दर सिंह गुरबाणी कीर्तन गायन एवं ज्ञानी सुखदेव सिंह साबका प्रचारक दमदमी टकसाल अमृतसर वाले गुरमति विचारों द्वारा समूह संगत को निहाल करेंगे। प्रातः 9:30 बजे गुरूद्वारा साहिब में अमृत संचार अमृतसर के पांच प्यारों द्वारा करवाया जायेगा। दोपहर 12 बजे गुरू का लंगर वितरित किया जायेगा।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी