राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सीतापुर जिले के अम्बरपुर कृषि विज्ञान केंद्र का भ्रमण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा किये जा रहे कृषि कार्यों से किसानों को अच्छा लाभ मिल रहा है। फिर भी कृषि क्षेत्र में कम लागत वाली कृषि तकनीक के सम्बन्ध में और अनुसंधान करने की आवश्यकता है।
यहां आयोजित कृषक वार्ता कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र पर केले की पौध उत्पादन के उद्देश्य से टिशू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना की दिशा में सार्थक प्रयास होने चाहिए। उन्होंने प्रगतिशील कृषक सुधा पाण्डेय से गौ पालन, वर्मी कम्पोस्ट व मोटे अनाज उत्पादन, नीमित कुमार से मौन पालन, आरपी सिंह से फल एवं सब्जियां, उमेश चन्द्र मिश्र से औषधीय फसलों तथा आनन्द कुमार से मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन तथा मशरूम उत्पादन पर चर्चा की।
राज्यपाल ने कृषक के उत्पादों से जुड़ी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उत्पादों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।अम्बरपुर कृषि विज्ञान केन्द्र पर हरिशंकरी पीपल,बरगद,पाकड़ का पौधा रोपण भी किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर सिधौली ब्लाक के अम्बरपुर ग्राम में स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया तथा वहां पर बच्चों को पढ़ने वाली टेबल,दरी आदि भेंट की। इसके साथ ही आंगनवाड़ी केन्द्र की महिलाओं की गोद भराई रस्म के साथ-साथ उन्हें पौष्टिक आहार भी वितरित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कुपोषण एवं क्षय रोग के नियंत्रण हेतु प्रदेश में चल रही योजनाओं की जानकारी भी दी। कहा कि गर्भवती महिलाओं का प्रसव प्रत्येक दशा में अस्पताल में होना चाहिए। आनन्दी बेन ने विद्या ज्ञान स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उद्योग विभाग, ग्राम विकास विभाग, कृषि विभाग,उद्यान विभाग,बेसिक शिक्षा विभाग आदि के द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
बीसी सखी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों पर वार्तालाप किया और उनके प्रयासों की सराहना की। सीसीएल चेक भी वितरित किया। अठारह वर्ष की आयु के क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेने वाली संस्थाओं रेडक्रास सोसायटी, राज्य एजूकेशनल एवं सोशल डेवलेपमेंट सीतापुर तथा संजीवनी संस्था,सीतापुर के प्रतिनिधियों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रशस्ति पत्र दिये।