लखनऊ। आज गणित विभाग, बप्पा श्री नारायण वोकेशनल स्नातकोत्तर महाविद्यालय (केकेवी) लखनऊ, द्वारा स्नातकोत्तर कक्षाओं(एमएससी-गणित) का शुभारंभ किया गया। स्नातकोत्तर कक्षा हेतु प्रथम व्याख्यान पं. दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के प्रो सुधीर कुमार श्रीवास्तव द्वारा दिया गया। ज्ञात हो कि प्रो श्रीवास्तव केकेवी के पूर्व छात्र भी रहे हैं। इस अवसर पर प्राचार्य प्रो रमेश धर द्विवेदी द्वारा उन्हें पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ माँ सरस्वती की आराधना के उपरांत मंचासीन महानुभावों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
गणित विभाग के अध्यक्ष प्रो राजीव दीक्षित द्वारा गताया गया कि गणित विभाग में स्नातकोत्तर कक्षाओं की मान्यता हेतु पूर्व से ही प्रयास किया जा रहा था, जो जाकर मई 2022 में फलीभूत हुआ। इस अवसर पर उन्होंने समस्त बीएसएनवी परिवार, शिक्षकों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया। श्री दीक्षित ने बताया कि गणित में स्नातकोंत्तर कक्षा हेतु प्रवेश लेने वाली प्रथम छात्रा कु. दिव्या रस्तोगी हैं। वर्तमान में पूरी 66 सीटों पर प्रवेश दिया जा चुका है जबकि अभी भी कुछ छात्र प्रवेश हेतु महा. में पूछताछ कर अपना प्रवेश चाहते हैं। सनद रहे कि लखनऊ विश्वविद्यालय के अतिरिक्त बीएसएनवी पीजी काॅलेज में ही एमएस-सी-गणित की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
प्रो सुधीर कुमार श्रीवास्तव द्वारा ज्यामिति व टोपोलाॅजी पर दिये गये अपने व्याख्यान में बताया गया कि गणित के किसी भी शीर्षक की एक लाइन की परिभाषा अवश्य पता होनी चाहिए, तत्पश्चात् परिभाषा की गहराई में जाकर विश्लेषण किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने लगभग 35 वर्ष के अध्यापन अनुभव के आधार पर एमएस-सी-गणित के विद्यार्थियों को बताया कि गणित का गहन अध्ययन सबको साथ लेकर चलना सिखाता है, जिसका भारतीय पुरातन सभ्यता से भी गहरा संबंध है।
उनके द्वारा अपने समय में #केकेवी में गणित विभाग के पूर्व शिक्षकों के अध्यापन की भरपूर प्रशंसा भी की गई और विद्यार्थियों को वर्तमान फैकल्टी के अनुभव का लाभ प्राप्त कर अच्छे अंकों के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय में टाॅप करने की सीख भी दी गई। कार्यक्रम में पीजी प्रवेश समिति के समन्वयक राकेश चन्द्र, प्रो केके बाजपेई, प्रो दीपक कुमार श्रीवास्तव, प्रो जय प्रताप सिंह, प्रो देवेन्द्र, प्रो अरविन्द कुमार तिवारी, डाॅ श्रवण कुमार, डाॅ अश्वनी कुमार श्रीवास्तव, डाॅ सलोनी अग्रवाल एवं अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रो जय प्रताप सिंह द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो दीपक कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया।