एक जिला एक उत्पाद योगी आदित्यनाथ की अभिनव योजना रही है। इसके माध्यम से प्रदेश के अनेक क्षेत्रों को अपने परम्परागत उत्पादों से संबंधित पुरानी पहचान मिली। स्थानीय उद्योगों का जीर्णद्धार हुआ। इसकी लोकप्रियता के साथ ही इसके स्वरूप में भी विस्तार हुआ।
अब यह योजना राष्ट्रीय स्तर पर संचालित हो रही है। कहने को इसके नाम में एक उत्पाद शामिल है। लेकिन अब इसका स्वरूप एक जिला अनेक उत्पाद होता जा रहा है। क्योंकि इसमें अनेक औद्योगिक व कृषि उत्पाद भी जुड़ते जा रहे है।
टेराकोटा व रेडीमेड गारमेण्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक जिला एक उत्पाद प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि एक जनपद,एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत टेराकोटा उत्पाद के बाद रेडीमेड गारमेण्ट को जोड़कर इस प्रदर्शनी के माध्यम से उत्पादों को एक मंच देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षाें के दौरान गोरखपुर में रेडीमेड गारमेण्ट मार्केट की सम्भावनाओं को खोजा गया।
गोरखपुर में रेडीमेड गारमेण्ट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इसे ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ से जोड़ा गया। कम पूंजी पर ज्यादा रोजगार की सम्भावना रेडीमेड गारमेण्ट में ही है। यहां रेडीमेड गारमेण्ट साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए की पूंजी में पन्द्रह हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर रेडीमेड गारमेण्ट का हब बन सकता है। यदि गोरखपुर रेडीमेड गारमेण्ट का हब बनेगा, तो उत्तर प्रदेश को भी रेडीमेड गारमेण्ट हब के रूप में विकसित कर सकते हैं।
वोकल फॉर लोकल
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन करते हुए इस संकल्प को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए पराम्परागत उद्योग में वोकल फॉर लोकल के इस अभियान को प्राथमिकता पर आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि पराम्परागत उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है। इन उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं पहले से लागू की हैं। आत्मनिर्भर पैकेज में प्रधानमंत्री ने एमएसएमई उद्योगों के लिए सरलता से ऋण उपलब्धता की कार्यवाही को आगे बढ़ाया।