लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक चन्द्र वीर रमण ने यात्री सुविधाओं के विस्तार, आधारभूत संरचना के विकास तथा ट्रेन परिचालन में संरक्षा तथा सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में आज मुख्यालय से आये प्रमुख मुख्य इंजीनियर रंजन यादव, मुख्य विद्युत लोको इंजीनियर अनुराग गुप्ता, मुख्य यात्री परिवहन प्रबन्धक आलोक सिंह, मुख्य प्रोजेक्ट निदेशक (आर. ई.) सुधांशु दुबे एवं मण्डल रेल प्रबन्धक/लखनऊ आदित्य कुमार तथा मण्डल के वरिष्ठ शाखाधिकारियों के साथ प्रातः 09:30 बजे लखनऊ मण्डल के गोरखपुर-आनन्दनगर-बढ़नी-गोण्डा रेलखण्ड के मध्य विण्डों ट्रेलिंग निरीक्षण किया।
महाप्रबन्धक ने अपने निरीक्षण के प्रारम्भ में आनंदनगर स्टेशन पहुंचने पर आरपीएफ पोस्ट, प्रतीक्षालय, विश्रामालय, ‘एक स्टेशन -एक उत्पाद’ स्टाल, स्टेशन प्लेटफार्म को देखा तथा स्टेशन अधीक्षक कार्यालय में यात्री परिवाद पंजिका, दुर्घटना पंजिका,अनपेक्षित दुर्घटना पंजिका, स्टेशन मास्टर डायरी, जी. डी. आर. पंजिका, ट्रेन सिगनल रजिस्टर का अवलोकन किया तथा निरीक्षण के उपरांत संरक्षा तथा सुरक्षा के दृष्टिगत स्टेशन पर उपलब्ध आकस्मिक आग को बुझाने के लिए रखे गये ’फायर एक्सटिंग्विशर’ के प्रयोग हेतु उपस्थित स्टेशन मास्टर की तत्परता की संरक्षा जांच की।
इसके पश्चात महाप्रबन्धक ने विण्डों ट्रेलिंग निरीक्षण के दौरान सिद्धार्थनगर स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय, विश्रामालय, बुकिंग ऑफिस, स्टेशन अधीक्षक कार्यालय तथा सरकुलेटिंग एरिया का निरीक्षण किया। तदुपंरात बढ़नी स्टेशन पहुंचने पर उन्होने स्टेशन प्लेटफार्म, फुटओवर ब्रिज, सरकुलेटिंग एरिया, टिकट आरक्षण कार्यालय, यात्री प्रतीक्षालय व स्टेशन प्लेटफार्मो की सफाई व्यवस्था, विद्युत व्यवस्था आदि का विस्तृत निरीक्षण किया। इसके साथ ही बढ़नी स्टेशन पर हो रहे विकास कार्यो, निर्माणधीन प्रशासनिक भवन एवं पिट लाइन का निरीक्षण किया तथा जल्द से जल्द क्रियाशील किए जाने का निर्देश दिया। इसके पश्चात महाप्रबंधक महोदय ने बलरामपुर एवं सुभागपुर स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक कार्यालय तथा माल गोदाम साइडिंग का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों से औद्योगिक संस्थाओं से संपर्क स्थापित करने के साथ साथ यातायात विपणन बढ़ाने के निर्देश दिया।
निरीक्षण के अन्त में महाप्रबंधक ने गोंडा स्टेशन पंहुचकर परिचालिनिक संरक्षा के दृष्टिगत गोंडा जं स्थित आर.आर.आई. पैनल रूम एवं रिले रूम में यार्ड की परिचालनिक संरचना को देखा तथा सवारी गाड़ी/मालगाड़ी के सुगम परिचालन व्यवस्था के बारे में उपस्थित अधिकारियों से चर्चा की। तत्पश्चात स्टेशन पर स्थित एकीकृत क्रू लाबी में ’काउंसलिंग’ पंजिका, पंजिका, ’साइन आन एवं साइन आफ’ पंजिका, ’स्पेड’ पंजिका, ’रैण्डम ब्रेथ एनालाइज़र’ पंजिका एवं कर्मचारी परिवाद पंजिका का गहन निरीक्षण किया। तत्पश्चात महाप्रबंधक चंद्र वीर रमण ने एकीकृत क्रू रनिंग रूम को देखा तथा लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर को दी जाने वाली सुविधाओं का जायज़ा लिया।
महाप्रबंधक ने अपने निरीक्षण के दौरान उक्त खण्ड के मध्य पड़ने वाले स्टेशन भवन, रेलवे ट्रैक, रेलवे यार्ड, सिग्नल, ओएचई, लेवल क्रॉसिंग गेट्स आदि की स्थिति को देखा। उन्होने संरक्षा एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेल कर्मचारियों को निर्देशित किया कि सर्दी के मौसम में कोहरे के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। रेलपथ के रखरखाव तथा रेलपथों का अनुरक्षण मानकों के अनुसार बेहतर बनाने तथा विद्युतीकृत क्षेत्र के मानकों के अनुरूप परिचालनिक प्रबंधन, संरक्षा के दृष्टिगत स्टेशनों पर एसडब्लूआर के तहत संरक्षा उपकरणों की लिस्ट अद्यतन करते हुए सभी स्टेशनों पर रखने के साथ साथ उपस्थित अधिकारियों को अपने सुझाव एवं निर्देश दिये।
इस अवसर पर वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबन्धक,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय), वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर (समाडि), वरिष्ठ मण्डल यॉत्रिक इंजीनियर (ईएनएचएम), वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (प्रथम), वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर (तृतीय),वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर(सा), वरिष्ठ मण्डल विद्दयुत इंजीनियर (ऑपरेशन), वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/(टीआरडी), वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर(सा), मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (बादशाहनगर), वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (टीआरएस), मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक, एरिया मैनेजर (गोंडा), सहायक सुरक्षा आयुक्त तथा अन्य अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी