शिमला: हिमाचल प्रदेश में रविवार को येलो अलर्ट के बीच मिलाजुला मौसम रहा। राजधानी शिमला में दोपहर बाद झमाझम बारिश हुई। सुबह धूप खिलने के बाद शाम को फिर मौसम साफ हो गया। प्रदेश के अन्य जिलों में भी बादल छाए रहे। कुल्लू जिले की दुर्गम पंचायत गाड़ापारली के काथल गांव में भूस्खलन से एक गोशाला ढह गई। चार मकानों को खतरा बना हुआ है। उधर, प्रदेश में 41 सड़कें, 71 पेयजल परियोजनाएं और 7 बिजली ट्रांसफार्मर ठप चल रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार सोमवार और मंगलवार को उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा। मैदानों और मध्य पर्वतीय के कुछ क्षेत्रों में मौसम खराब रहेगा। 10 से 13 जुलाई तक फिर से मानसून सक्रिय रहेगा। पूरे प्रदेश में बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। रविवार को मंडी जिले में 27, शिमला में 7, सिरमौर में चार, कुल्लू में दो और कांगड़ा की एक सड़क पर आवाजाही बंद रही।
शिमला जिले में सबसे ज्यादा 59, बिलासपुर में 10 और चंबा में दो पेयजल परियोजनाएं बंद रहने से लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ा। बीते 24 घंटों में रामपुर में 33, सराहन में 11, वांगतू में 8, बजौरा में 5 और पांवटा साहिब में 4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश का दौर थमने से नदी-नालों का जलस्तर भी कम हो गया है। उधर, कांगड़ा की बरोट-मुल्थान-लोहारड़ा सड़क जगह-जगह ल्हासे गिरने से बंद हो गई है। इसके अलावा जिलेभर में रविवार को बादल छाए रहे, कुछ जगह हल्की बूंदाबांदी हुई।