अवध विवि में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ समापन
अयोध्या। डाॅ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय गणित दिवस पर गणित एवं सांख्यिकी विभाग में “रिसेंट एडवांस्ड इन मैथमेटिकल एंड कंप्यूटेशनल साइंसेज विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन हुआ। संगोष्ठी के तकनीकी सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता नाइजीरिया विश्वविद्यालय, नाइजीरिया के प्रो एससी रस्तोगी ने महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन परिचय एवं उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रामानुजन नंबर 1729, रामानुजन वर्ग के साथ-साथ फिन्स्लर ज्यामिति का अहम भूमिका है।
जहां से इसकी शुरुआत हुई लगभग यूक्लिड की ज्यामिति से लेकर कार्तीय तल एवं गणित के तीन मूल शाखों का समावेश है। उन्होंने फिन्स्लर ज्यामिति के एरियल स्पेस एंड देयर स्टडीज इन ज्योमेट्री पर पूर्ण रूप से शोध के क्षेत्र में प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उपयोग शोध के विभिन्न क्षेत्रो में जैसे रिलेटिविटी, फिजिक्स एवं बायोलॉजी सहित अन्य क्षेत्रों में किया जा रहा है।
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संगोष्ठी में आचार्य नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, कुमारगंज के प्रो बीएन राय ने शोध के क्षेत्र में सांख्यिकी के साथ-साथ टेस्टिंग आफ हाइपोथेसिस पर विशेष चर्चा की। संगोष्ठी के समापन पर अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष प्रो एसएस मिश्र ने गणितीय एवं कंप्यूटिंग के क्षेत्र में रिसर्च के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस संगोष्ठी में लगभग 40 से ज्यादा शोध पत्र शोधार्थियों द्वारा प्रस्तुत किए तथा अनेकों गणितीय एवं कंप्यूटिंग विषय पर शोधार्थियों को जानकारी मिली। संगोष्ठी के दोनों सत्र की अध्यक्षता प्रो सीके मिश्र ने की। सत्र में मुख्य वक्ताओं का परिचय सह आचार्य डॉ पीके द्विवेदी ने कराया। संगोष्ठी के समापन के उपरांत प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ अभिषेक सिंह ने किया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रो एसके रायजादा द्वारा किया गया। संगोष्ठी में डॉ संदीप रावत, डॉ दीपक वर्मा, डॉ सुनील कुमार सिंह, आभास कुमार मिश्र, सचिन मिश्र, कर्म जीत राजपूत, विनोद श्रीवास्तव, ललित कुमार गौतम, श्रद्धा पटेल, संगीता, पंकज शुक्ला, उमाशंकर शुक्ला सहित अन्य शोधार्थी मौजूद रहे।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह