नई दिल्ली: दिल्ली सरकार अपने शिक्षा मॉडल को सबसे बेहतर बताती है, लेकिन केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि आम आदमी पार्टी के ही नेता इन स्कूलों को अपने बच्चों को पढ़ाने के योग्य नहीं समझते। दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर तंज कसते हुए भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि दिल्ली की शिक्षा मॉडल का केवल प्रचार के जरिए एक मॉडल खड़ा किया गया था लेकिन अब यह मॉडल ध्वस्त हो गया है।
बिट्टू ने कहा कि दिल्ली सरकार के दो विश्वविद्यालय हैं। अरविंद केजरीवाल इन विश्वविद्यालयों के बनने से दिल्ली की शिक्षा में बड़े क्रांतिकारी बदलाव आने की बात कर रहे थे, लेकिन असलियत यह है कि उनका स्तर इतना कमजोर है कि खुद दिल्ली शिक्षा योजना के जनक और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी इन्हें अपने बच्चों के पढ़ने लायक नहीं समझते। उन्हें बेहतर शिक्षा के लिए अपने बच्चे को कनाड़ा भेजना पड़ा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल-सिसोदिया दिल्ली वालों को देश वासियों को चुनाव दर चुनाव अपने स्कूल एवं विश्वविद्यालयों को विश्वस्तरीय बताकर गुमराह करते हैं। लेकिन सिसोदिया के बेटे के विदेश पढ़ने के लिए जाने से असलियत सामने आ गई है।
दिल्ली की चुनावी राजनीति में अपना हिस्सा निभाते हुए बिट्टू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में भी दिल्ली मॉडल का सपना बेचते हैं। लेकिन अब पंजाब वाले भी देख रहे हैं कि उनकी माता-बहनों को ₹1000 का वादा निभाए बिना दिल्ली की महिलाओं से फिर से बड़े-बड़े वादे किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल केवल वादों के बल पर अपनी राजनीति करते आए हैं, लेकिन अब इसकी असलियत जनता के सामने आ चुकी है। यही कारण है कि केजरीवाल को अपनी सत्ता जाते हुए दिखाई पड़ रही है और वे बौखला कर उल्टे-सीधे बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल की हार तय है और भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी