बहराइच. किसानों की समस्याओं के निराकरण के उद्देश्य से विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते जिलाधिकारी अजयदीप सिंह ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों की समस्याओं को सम्बन्धित अधिकारी संज्ञान लेते हुए समय से इनका निराकरण कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कृषि से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की मंशा है कि किसानों की आय दुगुनी हो सम्बन्धित अधिकारी ऐसी रणनीति बनायें कि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो सके। किसानों को उपज का वाजिफ मूल्य प्राप्त हो सके और उनका किसी भी स्तर पर शोषण न होने पाये। किसानों के सरकारी विभागों के स्तर पर जो भी कार्य हो वह समय से पुरे किये जायं। उन्हें खाद, बीज समय से उपलब्ध हो और सिंचाई संशाधनों का भरपूर लाभ भी प्राप्त हो। जिलाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि किसान दिवस मनाने की सरकार की मंशा है कि किसानों के समस्याओं की जानकारी प्राप्त कर उसका समय से निराकरण कराया जाय। कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी किसानों को दी जाय।
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि कृषि से जुडे़ अधिकारियों के साथ साप्ताहिक बैठक आयोजित करायें। उन्होंने किसानो को बताया कि मिहींपुरवा क्षेत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र खोलने के लिए 9 हे0 भूमि उपलब्ध करा दी गयी है। जनपद में किसानों के गेहूं खरीदने के लिए गेंहू क्रय केन्द्रों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है । अबतक लगभग 9893.98 मी0ट0 गेंहू क्रय किया जा चूका है। गेंहू क्रय में जिन अधिकारियों के स्तर से लापरवाही एवं शिथिलता पायी जा रही है उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जा रही है। बीयर हाउस के प्रबन्धक नफीस अहमद की शिथिलता पाये जाने पर निलम्बन की कार्यवाही करायी गयी है।
जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को जनपद में किसानों को ढ़ैंचा बीज उपलब्ध कराये जाने हेतु शासन को पत्र भेजने को कहा है। अधि.अभि. विद्युत को निर्देशित किया गया कि रोस्टर के अनुसार ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करायें। अन्यथा की दशा में शिथिलता बरतने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में उपस्थित मिहींपरुवा के प्रगतिशिल कृषक शिव शंकर सिंह की शिकायत पर कि समय से विद्युत बिल उपलब्ध न कराये जाने और बाद में सरचार्ज लगाकर बिल प्रेषण को गम्भीरता से लिया। तथा अधि.अभि. विद्युत को समय से बिल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में उपस्थित कृषक श्री राम फेर पाण्डेय निवासी बेलभरिया विशेश्वरगंज ने जिलाधिकारी को बताया कि अमकोरवा में 900 बीघा जमीन परती पडी हुई है जिसपर पशुओं को रहने के लिए गोशाला बनाया जा सकता है। इसपर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वे जनपद के उक्त स्थानों का निरीक्षण करते हुए गोशाला स्थापित किये जाने हेतु प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर शासन को भिजवाना सुनिश्चित करें। मिहींपुरवा के प्रगतिशिल कृषक द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि उनके विकास खण्ड में मृदा परीक्षण लैब स्थापित नहीं है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दिया।
जनपद में सहकारी समितियों के सचिवों द्वारा उर्वरक खरीद की रसीद न दिये जाने के शिकायत पर जिलाधिकारी ने एआर को-आपरेटिव को तत्काल एक्शन लेने का निर्देश दिया। अन्यथा भविष्य में ऐसी शिकायते मिलने पर आपके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में उपस्थित कृषि वैज्ञानिक फसल अनुसंधान केन्द्र, बहराइच डा. एमबी सिंह ने कृषकों को अपने खेतों मंे फसल अवशेष का न जलाने की अपील की। उनके द्वारा किसानों को सुझाव दिया गया कि जनपद की मृदा में कार्बनिक अवशेषों की कमी होने के कारण उत्पादन स्थिर बना हुआ है। इसके लिए कृषकों को खेतों में हरी खाद का उपयोग करने तथा फसल अवशेष को सड़ाकर उर्वरा शक्ति बढ़ाने का सुझाव दिया। डा. एमबी सिंह ने उपस्थित कृषकों को अवगत कराया कि रिसर्च सेन्टर पर 50 किलो ग्राम जूट बीज उपलब्ध है। कोई भी कृषक निःशुल्क बीज प्राप्त कर सकता है।
बैठक में उपस्थित कृषक लालता प्रसाद ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि क्षेत्रीय बाजार में उर्द एवं मूंग का मूल्य और राजकीय कृषि बीज भण्डारों से मिलने वाले उर्द एवं मूंग के बीज मूल्य में दुगुने का अन्तर है। मूल्य अधिक होने के कारण कृषक प्रमाणित बीज की बुआई न करने से उत्पादन कम हो रहा है। इसपर जिलाधिकारी ने जिला कृषि अधिकारी को वस्तु स्थिति से शासन को अवगत कराने का निर्देश दिया। जिला गन्ना अधिकारी, बहराइच को बकाया गन्ना मूल्य का भूगतान अतिशिघ्र सुनिश्चित कराये जाने तथा चीनी मिल चिलवरिया को एक माह का समय देते हुए आरसी जारी करने को कहा । जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित बैंक अधिकारी एलडीएम को ग्रामीण क्षेत्रों के बैंकों में धनप्रवाह/नगदी बढ़ानें तथा बैंकों की एक बैठक बुलाये जाने का निर्देश दिया। बैठक में सिंचाई विभाग का कोई अभियन्ता उपस्थित न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्य विकास अधिकारी को सिंचाई विभाग के अधिकारियों की साप्ताहिक बैठक करने का निर्देश दिया। आगामी किसान दिवस में कृषि एवं एलाईड डिपार्टमेन्ट के अधिकारियों की अनुपस्थिति को गम्भिरता से लिया जायेगा। नवाबगंज के प्रगतिशील कृषकों द्वारा बार्डर एरिया से 10 किमी के अन्दर उर्वरक प्रतिष्ठान न होने से साधनविहीन कृषकों को उर्वरक प्राप्त करने में कठिनाई से अवगत कराया इस पर जिलाधिकारी ने एआर को-आपरेटिव और इफको के अधिकारियों को फ्रेन्चाईजी का गठन करने तथा सहकारी संस्था बनाकर उर्वरक उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया। जिला कृषि अधिकारी डा. अश्विनी कुमार सिंह ने उपस्थित कृषकों को केसीसी के माध्यम से बैंकों से अपने कृषि कार्य के लिए ऋण प्राप्त करने की सलाह दी तथा यह भी बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत ऋणी कृषकों को स्वतः फसल बीमा योजना का लाभ प्राप्त हो जाता है। अन्त में जिलाधिकारी की अनुमति से उप निदेशक कृषि अनिल कुमार सागर द्वारा बैठक समाप्त करने की घोषणा की गयी तथा उपस्थित कृषकों से अपील की कि कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु पंजीकरण कराना का अनिवार्य है। जिलाधिकारी ने उपनिदेशक कृषि अनिल कुमार सागर द्वारा कृषि के विकास के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की।
बैठक के दौरान जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव, अधि0 अभि0 नलकूप वसीम अहमद, उप निदेशक रेशम ए.के. सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी संतोष कुमार यादव, प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र डा. ओ.पी. वर्मा व अन्य अधिकारी सहित प्रगतिशील कृषक राजन सिंह, बब्बन सिंह, शशांक सिंह आदि कृषक मौजूद रहे।
रिपोर्ट: फराज अंसारी