लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि जनपद हाथरस के ग्राम बूलगढ़ी की बाल्मीकि समाज की दलित बेटी के साथ घटित जघन्य एवं हृदयविदारक घटना तथा स्थानीय प्रशासन की स्वेच्छाचारिता की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. मेराजुद्दीन अहमद द्वारा इस सन्दर्भ में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को पत्र लिखकर हाथरस में हुयी घटना को सबूतों के साथ अवगत कराया है।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. मेराजुद्दीन अहमद ने अपने पत्र में दलित बेटी के साथ गैंगरेप की घटना घटित होने के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा उसी बेटी के परिवार को डराने धमकाने का जिक्र किया है। प्रशासन अपने दबाव में मनमाने बयान उस परिवार से दिलाना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की उदण्डता एवं स्वेच्छाचारिता केवल यहीं तक सीमित नहीं रही बल्कि पीडि़त परिवार के दुख साझा करने हाथरस पहुंचे राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सांसद जयंत चौधरी और कार्यकर्ताओं पर किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज से भी राष्ट्रीय महासचिव ने मानवधिकार आयोग को अवगत कराया है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने विश्वास व्यक्त करते हुये कहा कि मानवाधिकार आयोग शीघ्र ही राष्ट्रीय महासचिव डाॅ. मेराजुद्दीन अहमद के पत्र का संज्ञान लेते हुये हाथरस के बूलगढ़ी ग्राम की सम्पूर्ण घटना, एफआईआर दर्ज करने में विलम्ब, स्थानीय प्रशासन द्वारा पीडि़त परिवार के उत्पीड़न के साथ साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी एवं शान्त भाव से खडे़ हुये कार्यकर्ताओं पर मीडिया से बात करते समय पर किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों को दण्डित कराने हेतु आवश्यक कदम उठायेगा।