लखनऊ। पेट्रोल और डीजल की मुनाफाखोरी करने वाली केन्द्र सरकार की कार्यशैली पर अपने उदगार व्यक्त करते हुये रालोद (राष्ट्रीय लोकदल) के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि भारत देश से अन्य देशों को भेजा जाने वाला पेट्रोल 34 रूपये/लीटर होता है जबकि अपने देश में इसी सरकारी मशीनरी और देश के प्रधानमंत्री की कार्यशैली के फलस्वरूप 80 से 87 रूपये प्रति लीटर आम जनता को मिल रहा है। बहुत आशाओं और विश्वास के साथ वर्ष 2014 में देश की जनता ने भारी बहुमत के साथ केन्द्र की सरकार बनाई थी परन्तु इस सरकार ने जनता की ही आशाओं पर कुठाराघात किया है। देश की जनता कराह रही है और आगामी चुनाव का इंतजार कर रही है।
रालोद : भाजपा के शीर्ष नेताओं की नींद हराम
डाॅ0 अहमद ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा भारत बंद को विपक्ष की हताशा कहना हास्यास्पद है क्योंकि विपक्षी एकता ही भारतीय जनता पार्टी का सरदर्द बन चुकी है और विगत वर्ष में सम्पन्न हुये 28 चुनावों में से भारतीय जनता पार्टी केवल एक चुनाव जीत सकी है इसलिए यह कहना तर्कसंगत होगा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं की नींद हराम हो गयी है। यही कारण है कि अपने भाषणों में अपनी भाषा पर ही नियंत्रण नहीं रह गया है।
डीजल के बढे हुये मूल्य की वजह से मंहगाई लगातार बढ रही है। रूपये की कीमत निम्नतम स्तर पर पहुंच गयी है। घरेलू गैस की कीमतों ने गृहणियों का बजट बिगाड़ रखा है। टयूब्वेल विहीन किसानों की सिचाई मंहगी हो गयी है और टयूबवेल वाले किसानों का बिजली का बिल बेतहाशा बढा हुआ हैं।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुये कहा कि प्रदेश की जनता अब आर्थिक उत्पीडन सहने की शक्ति समाप्त कर चुकी है जिसकी एक झलक कल भारत बंद में देखने को मिली है। विपक्षी एकता भारी जन समर्थन के साथ सडकों पर उतरकर भारतीय जनता पार्टी और सरकार की किसान, मजदूर और नौजवानों की विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करेगी।