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सौरभ नेत्रवलकर का शानदार सफर जारी, पाकिस्तान को धूल चटाने के बाद रोहित-विराट को भी सस्ते में निपटाया

टी20 विश्व कप 2024 में अमेरिका को हराकर भारत ने जीत की हैट्रिक लगाई। साथ ही टीम इंडिया ने सुपर-8 के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। अमेरिका ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 110 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम एक वक्त मुश्किल में पड़ती दिखाई पड़ी थी। टीम इंडिया ने 10 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। भारत के दो दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा सस्ते में आउट हो गए। विराट खाता नहीं खोल सके, जबकि रोहित तीन रन बना पाए। इन दोनों को भारतीय मूल के सौरभ नेत्रवलकर ने पवेलियन भेजा। सौरभ ने इसी विश्व कप में पाकिस्तान को धूल चटाई थी। सुपरओवर में मैच नहीं जीतने दिया था।

इसके बाद भारत के खिलाफ भी उनका शानदार प्रदर्शन जारी रहा। स्विंग और सीम से उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने चार ओवर में सिर्फ 18 रन देकर दो विकेट लिए। हालांकि, उनकी टीम हार गई। भारत ने 18.2 ओवर में तीन विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। सूर्यकुमार यादव 50 रन और शिवम दुबे 31 रन बनाकर नाबाद रहे। हालांकि, सौरभ को इस प्रदर्शन के लिए काफी तारीफ मिल रही है। हालांकि, यह बात जानकर आपको आश्चर्य होगा कि सौरभ भारत के लिए भी अंडर-19 विश्व कप खेल चुके हैं। हालांकि, बेहतर मौके के लिए उन्होंने अमेरिका का रुख किया था। आइए उनकी कहानी जानते हैं…

मुंबई में हुआ था सौरभ का जन्म
32 साल के सौरभ ने सुपरओवर में गजब की गेंदबाजी की और 19 रन नहीं बनाने दिया। बाएं हाथ के मध्यम तेज गति के गेंदबाज सौरभ का जन्म 1991 में मुंबई में हुआ था। उन्होंने 2008-09 कूच बेहार ट्रॉफी में छह मैचों में 30 विकेट लिए थे। इसके बाद उनका चयन 2010 अंडर-19 विश्व कप के लिए भारतीय टीम में हुआ था। विश्व कप से ठीक पहले वह दक्षिण अफ्रीका में त्रिकोणीय सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।

केएल राहुल के साथ अंडर-19 विश्व कप खेल चुके
इसके बाद न्यूजीलैंड में हुए 2010 अंडर-19 विश्व कप में सौरभ- केएल राहुल, जयदेव उनादकट और मयंक अग्रवाल के साथ टीम इंडिया का हिस्सा रहे थे। हालांकि, उस अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम प्लेऑफ राउंड से बाहर हो गई थी। अंडर-19 विश्व कप 2010 में सौरभ ने छह मैचों में नौ विकेट लिए थे। 25 रन देकर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा था। वहीं, उनका इकोनॉमी रेट 3.11 का रहा था।

सौरभ के अलावा बाकी तीन खिलाड़ियों ने तो सीनियर टीम इंडिया में जगह बना ली, लेकिन सौरभ चूक गए। इसके बाद उन्होंने रणजी ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी समेत बाकी भारतीय घरेलू टूर्नामेंट में भी हिस्सा लिया। हालांकि, कुछ बेहतर पाने के लिए वह अमेरिका शिफ्ट हो गए और तब से अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह अमेरिकी टीम के कप्तान भी रह चुके हैं।

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