नयी दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव शाहनवाज़ आलम (AICC Secretary Shahnawaz Alam) ने कहा है कि यह बेशर्मी की हद है कि जिस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया और न मुसलमानों ने ही जिस पार्टी को वोट दिया वो ज़बरदस्ती मुसलमानों की हितैषी बनने (Well-Wisher of Muslims) का नाटक कर रही है। उन्होंने यह टिप्पणी पीएम मोदी (PM Modi) द्वारा एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में वक़्फ़ क़ानून को मुस्लिम हितैषी बताने पर की है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि हमेशा झूठ बोलने वाले मोदी जी ने पहली बार सही तथ्य बोला है कि आम मुसलमानों ने बंटवारे का समर्थन नहीं किया था, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि बंटवारे के समर्थन में मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा एक साथ थे। कांग्रेस सचिव ने कहा कि सावरकर ने जिन्ना से पहले ही द्विराष्ट्रवाद का सिद्धांत देते हुए हिंदुओं और मुसलमानों को अलग-अलग राष्ट्र बताया था, जो साबित करता है कि जिन्ना के साथ मोदी जी के आदर्श वीडी सावरकर ही असली टुकड़े-टुकड़े गैंग थे। एआईसीसी सचिव ने मांग की है कि सावरकर भक्त पीएम मोदी इस अपराध के लिए देश से माफी मांगें।
एआईसीसी सचिव ने कहा कि मोदी जी ने इस सच्चाई को भी नहीं बताया कि 1937 में जब पूरा देश कांग्रेस के नेतृत्व में अंग्रेज़ों से लड़ रहा था तब सिंध और नॉर्थ वेस्ट फ्रंटीयर प्रोविंस में मोदी जी के आदर्श और अंग्रेज़ों से माफ़ी मांग कर जेल से बाहर आए सावरकर की पार्टी हिंदू महासभा मुस्लिम लीग के साथ सरकार चला रही थी।