लखनऊ। एपी सेन इंटर कॉलेज में स्वामी विवेकानन्द जन्म जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें मानव आदर्श सेवा समिति व राष्ट्रीय सेवा योजना भी सहभागी रही। इस अवसर पर विज्ञान प्रदर्शनी के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत का भी सन्देश दिया गया। संगोष्ठी में स्वामी मुक्तानन्द महाराज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द के विचारों से विशेष रूप में विद्यार्थियों को प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वामी विवेकानंद युवाओं में राष्ट्रीय स्वाभिमान का भाव जागृत करना चाहते थे। उन्होंने उन्हें व्यक्तित्व निर्माण करने व शक्तिशाली बनने का सन्देश दिया। जिससे वह अन्य लोगों को उचित मार्ग की तरफ प्रेरित कर सकें। विशिष्ट अतिथि व सीबीएससी बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली ने कोरोना आपदा के दौरान शिक्षण क्षेत्र में हुए बदलाव का उल्लेख किया।
स्वामी विवेकानन्द शिक्षा को बहुत महत्व देते थे। ज्ञान की भारतीय परंपरा विलक्षण रही है। कोरोना आपदा में अवसर की भांति यह संचालित होती रही। एपी सेन इंटर कॉलेज की प्राचार्या उशोषि घोष ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कहा कि शिक्षित होने के साथ ही हमको समाज व राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार भी बनना चाहिए। समारोह में शिव गोपाल मिश्र, मुरली धर आहूजा, डॉ. एके शुक्ला सहित कॉलेज की शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।