चुनाव आयोग से शिवसेना की कमान मिलते ही एकनाथ शिंदे का कैंप अब दफ्तरों पर दावेदारी करने में जुटा है। सोमवार को इसकी शुरुआत महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना विधायक दल के लिए आवंटित दफ्तर पर कब्जा करने से हुई। वहीं, अब लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन में शिवसेना कार्यलय की चाभी एकनाथ शिंदे गुट को आवंटित कर दी है।
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एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा था कि असली शिवसेना के रूप में उनके गुट को मान्यता देने के निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद पार्टी की किसी भी संपत्ति पर कोई दावा नहीं किया जाएगा क्योंकि ”हम बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा के वारिस हैं और हमें किसी प्रकार का लालच नहीं है।”
वहीं, दिल्ली से दूर मुंबई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह के एक दर्जन से अधिक पूर्व पार्षदों ने यहां बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) मुख्यालय में शिवसेना कार्यालय के बाहर डेरा डाला ताकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट द्वारा इस पर नियंत्रण करने के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पूर्व पार्षदों के बीएमसी मुख्यालय के भूतल पर स्थित कार्यालय के बाहर सोमवार को डेरा डालने के मद्देनजर पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई, ताकि कानून-व्यवस्था की किसी प्रकार की समस्या पैदा नहीं हो।