केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह सिर्फ चुनावों से पहले पेश किया गया अंतरिम बजट है। उन्होंने कहा कि इस बजट में देश की जीडीपी (GDP) यानी गवर्नेंस (Governance), विकास (Develpment) और प्रदर्शन (Performance) की जानकारी दी गई है। गवर्नेंस की बात करें तो यह बजट उन क्षेत्रों की ओर हमारा ध्यान खींचता है जहां हमने विकास किया है।
हमने अर्थव्यवस्था को सही इरादों, सही नीतियों और सही निर्णयों के साथ प्रबंधित किया है। D यानी डेवलपमेंट विकास) की बात करें तो लोग बेहतर ढंग से रह रहे हैं और बेहतर कमाई कर रहे हैं। भविष्य के लिए उनकी उच्च आकांक्षाएं है। वित्त मंत्री ने कि ‘पी’ यानी परफॉर्मेंस की बात करें तो लगातार तीन वर्षों में 7% वृद्धि दर हासिल की गई है। हमारा देश जी-20 में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और देश के सभी हिस्से विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बातया, “बजट घाटा या राजकोषीय घाटा 5.8% है जो 5.9 से कम है। इसी तरह, हमनें 2024-25 के बजट के लिए, हमने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 5.1% कर दिया है। वित्त मंत्री के अनुसार आंकड़े स्पष्ट रूप से संकेत दे रहे हैं कि हम 2021-22 में निर्धारित लक्ष्य जिसके तहत वित्त वर्ष 26 तक राजकोषीय घाटे को 4.5% या उससे भी कम किया जाना है, हासिल करने के रास्ते पर है।