रायबरेली। शहर कांग्रेस महासचिव व व्यापारी नेता आशीष द्विवेदी ने जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र द्वारा शहर के निजी नर्सिंग होम्स को कोविड हॉस्पिटल बनाये जाने से उत्पन्न होने वाली परिस्थियों की संभावना से अवगत कराते हुये सुझाव के साथ जनहित में आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की।
श्री द्विवेदी ने कहा कि कोविड संक्रमण की वर्तमान स्थित जो कि महामारी का विकराल रूप धारण कर सम्पूर्ण समाज पर अपना कहर बरपा रहा है। संक्रमण का प्रभाव यह है कि आधी से अधिक आबादी घरों में सीमित हो चुकी है। हवा में फैल चुका कोविड संक्रमण हर खास-ओ-आम को अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में शहर के मध्य निजी नर्सिंग होम्स को कोविड हॉस्पिटल्स में परिवर्तित करने से आम जनमानस में भय व्याप्त है व उक्त निर्णय आम – जनमानस के हितों के विपरीत साबित हो सकता है।
उन्होंने बताया कि चूंकि नर्सिंग होम्स की बिल्डिंग सघन आबादी क्षेत्र में है अतः वास्तविक रूप से उक्त हॉस्पिटल्स के संचालन के उपरांत संक्रमण फैलने की संभावना प्रबल होगी। साथ ही कोविड हॉस्पिटल्स बनाये गए नर्सिंग होम्स का क्षेत्रफल अत्यंत सीमित है ऐसे में कोविड नियमो का पालन हो पाना असंभव होगा जो कि और भयावह स्थित को जन्म देगा। बेडों की संख्या सीमित व संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण महामारी का विकराल रूप लिए कोविड से वास्तविक लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका के निर्वाहन की उक्त नर्सिंग होम्स से उम्मीद नही की जा सकती।
कांग्रेस महासचिव ने मांग की कि पूर्व की भांति विस्तृत क्षेत्रफल में स्थापित व आबादी क्षेत्र से बाहर विद्यालयों – रिसॉर्ट्स आदि को कोविड सेंटर बनाया जाए। आईएमए के डॉक्टर्स जिनकी संख्या पर्याप्त है का उक्त सेंटरों के संचालन में विस्तृत सहयोग लिया जाए। साथ ही जन-प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, समाज सेवियों आदि का उक्त सेंटरों की स्थापना में यथा-सम्भव सहयोग लिया जाए।
श्री द्विवेदी ने वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन की अन-उपलब्धता व मरीजों के लिए आक्सीजन के महत्व को ध्यान में रखते हुये भी वृहद क्षेत्रफल व खुले वातावरण के कोविड सेंटर अधिक लाभकारी होंगे। अतः संज्ञान कराए गए बिंदुओं पर विचार करें जो कि जनहित में लाभकारी होगा।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा