Lucknow, (दया शंकर चौधरी)। प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता डॉ हरिओम (Dr Hariom) की अध्यक्षता में शुक्रवार को कौशल विकास मिशन कार्यालय में समीक्षा बैठक की गयी। इस बैठक में UP कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों की वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रगति की वार्षिक समीक्षा की गई तथा वित्तीय वर्ष 2025-26 की कार्य-योजना पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
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प्रमुख सचिव डॉ हरिओम ने उप्र कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सम्बन्ध में अधिकारियों द्वारा तैयार प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया तथा आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु निर्धारित रणनीति का संज्ञान लिया। प्रमुख सचिव द्वारा मिशन के कार्य क्षेत्र को विस्तारित करने तथा मुख्यालय में कार्मिकों की संख्या में वृद्धि व उनकी क्षमता निर्माण किए जाने पर सहमति व्यक्त की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रमों की गुणवत्ता में वृद्धि करने के उद्देश्य से डॉ हरिओम ने प्रत्येक जनपद में एक मास्टर ट्रेनर तैनात करने तथा प्रत्येक त्रैमास में मुख्यालय पर उनकी ट्रेनिंग कराने पर जोर दिया। इसके लिए रिसोर्स पर्सन की सूची तैयार करने के निर्देश प्रदान किये गये।
प्रमुख सचिव ने विभिन्न प्रकार घरेलू कामगारों के कौशल विकास और उनके रोजगार को बढ़ावा देने हेतु हर जनपद में इसके लिए डोमेस्टिक हेल्प कौशल प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने हेतु निर्देश दिए। डोमेस्टिक हेल्प कौशल प्रशिक्षण केंद्र में संचालित किये जाने वाले उपयोगी पाठ्यक्रमों को भी निर्धारित करने के निर्देश दिये गये।
प्रमुख सचिव डॉ हरिओम ने ऐसे प्रशिक्षण प्रदाताओं को हटाने के निर्देश दिये, जो विगत 3 वर्षों अथवा उससे अधिक समय से अक्रियाशील हैं तथा ऐसे प्रशिक्षण प्रदाता, जिनकी विगत 3 वर्षों की प्रगति असंतोषजनक श्रेणी में है, के आबद्धीकरण को समाप्त किये जाने के निर्देश दिये। उप्रकौशल विकास मिशन में प्रभावशाली संस्थाओं को आबद्ध किये जाने के लिये प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिये।
प्रमुख सचिव डॉ हरिओम ने उप्र कौशल विकास मिशन द्वारा आयोजित किए जाने वाले रोजगार मेलों के लिये नवीन एसओपी तैयार करने के निर्देश दिये तथा मेलों के आयोजन के लिये सेवा प्रदाता एजेंसी को आबद्ध करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश प्रदान किये।
संयुक्त निदेशक द्वारा प्रोजेक्ट प्रवीण योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा विभाग को जोड़े जाने के सुझाव पर भी प्रमुख सचिव डॉ हरिओम द्वारा सहमति व्यक्त की गई तथा प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव डॉ हरिओम द्वारा ग्रीन एनर्जी सेक्टर में उप्र कौशल विकास मिशन द्वारा प्रदान किया जा रहे विशिष्ट प्रशिक्षण की परियोजना के भौतिक निरीक्षण जनपद इकाइयों से करने के निर्देश भी दिए गए ताकि इसकी गुणवत्ता को बनाए रखा जा सके।
बैठक में मिशन निदेशक अभिषेक सिंह, अपर मिशन निदेशक प्रिया सिंह, संयुक्त निदेशक मयंक गंगवार, वित्त नियंत्रक संदीप कुमार, सहायक निदेशक डॉ एमके सिंह तथा आशीष कुमार के साथ-साथ समस्त प्रबन्धक व सहायक प्रबन्धक मैनेजर उपस्थित रहे।