अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप महाभियोग के बीच ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ के तहत संसद के दोनों सदनों- हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्ज और सीनेट के साझा सत्र को संबोधित कर रहे हैं। यह ट्रंप का तीसरा स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस’ में कहा कि अमेरिका अब दुनिया में तेल और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है। उन्होंने कहा कि मेरे प्रशासन के तीन साल में ही कामकाजी उम्र वाले 35 लाख लोग कार्यबल में शामिल हुए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका का बड़ा, बेहतर और पहले से कहीं अधिक मजबूत होने का सपना वापस आया है। चीन तथा चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ हमारे संबंध बेहद अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि हम चीन की सरकार को सहयोग दे रहे हैं और कोरोना वायरस से निपटने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
चीन के साथ अमेरिका के रिश्तों पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि चीन ने हमारा दशकों तक फायदा उठाया, लेकिन हमने इसे रोक दिया है। इसी दौरान हमारी सरकारों के रिश्ते काफी बेहतर भी हुए।
बता दें कि यह संबोधन स्थानीय समय के अनुसार मंगलवार रात 9 बजे (ईटी) यानि भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह 7:30 बजे शुरू हुआ। वॉयस ऑफ अमेरिका के मुताबिक, भाषण का विषय ‘ग्रेट अमेरिकन कमबैक’ है।
इस संबोधन को व्हाइट हाउस और दुनिया भर के कई समाचार नेटवर्कों द्वारा लाइव-स्ट्रीम किया जा रहा है। ट्रंप का ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन ऐसे समय में आया है जब सत्ता के दुरुपयोग और न्याय में बाधा के आरोपों को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के संभावित दोषी ठहराए जाने के फैसले पर वोट करने के लिए सीनेटरों को उकसाया गया है।
यूनिवर्सिटी ऑफ एकॉन पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर डेविड कोहेन के हवाले से कहा गया है कि हमारे राष्ट्र के इतिहास में यह अभूतपूर्व है कि फिर से चुनाव के लिए एक महाभियोगी राष्ट्रपति का चुनाव हुआ है। ट्रंप का यह भाषण व्हाइट हाउस में उनके कार्यकाल का तीसरा ‘स्टेट ऑफ द यूनियन’ संबोधन है।
बता दें कि ट्रंप के संबोधन शुरू करने से पहले स्पीकर नैंसी पेलोसी ने अभिवादन के तौर पर उनसे हाथ मिलाने के लिए बढ़ाया। लेकिन ट्रंप ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।