मोहम्मदी खीरी। कोतवाली क्षेत्र में मुडा निजाम चौकी के रेंज महेशपुर की ग्रामसभा Sundarpur सुन्दरपुर निवासी बालकराम पुत्र बुधई उम्र 35 बर्ष को बाघ ने अपने मुख का निवाला बनाया।
Sundarpur : बालकराम पर बाघ ने किया हमला
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार Sundarpur सुन्दरपुर निवासी मृतक बालकराम अपने खेत मे पानी लगाने अपने भतीजे के साथ सुबह 7 बजे गया था। उसी समय बाघ ने बालकराम पर पीछे से हमला कर दिया।
बालक राम ने अपने भतीजे से कहा-बेटा तू भाग जा यह मुझे अब नहीं छोड़ेगा। जब साथ मे भतीजे ने शोर मचाया तो वहाँ पर झाले पर रहने वाले रतन सिंह, कश्मीर सिंह, सरदार मौके पर दौड़ कर पहुंचे तब तक बाघ ने बालकराम को मार दिया था।
ग्रामीणों ने पिटाई कर छीनी बन्दूक
बालकराम की मौके पर ही मौत हो गयी और बाघ वहां से भाग निकला। ग्रामीणों ने वनविभाग को फोन करके सूचित किया। देर से वनविभाग के दरोगा ओमप्रकाश वर्मा और उनके साथ एक होमगार्ड पहुंचे। लोगो ने देर से पहुंचने पर उनको जम कर पीटा और उनकी बंदूके भी छीन ली। वहां के लोगो का कहना है कि वनविभाग की लापवाही से यह घटना हुई जब कि कई दिन पहले सूचित किया गया था कि यहाँ पर बाघ दिख रहा है। लेकिन वनविभाग के अधिकारी के कान में जू तक नही रेंगा। अगर यह पहले ही चेत जाते तो आज यह घटना नही होती।
लापरवाही के चलते गयी जान
लापरवाही के चलते चर्चे में महेशपुर रेंज हमेशा रहा है। माहौल बिगड़ते देख एसडीएम बी डी वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय आनंद, कोतवाली निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह, कस्बा इंचार्ज जेपी यादव के साथ भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और पब्लिक को समझा-बुझाकर शव को सील करके पोस्टमार्टम के लिए लखीमपुर मुख्यालय भेजा। एसडीएम ने मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की बात कही तब जाकर पब्लिक में आक्रोश कम हुआ क्योंकि वहां की पब्लिक का कहना था, अगर वन विभाग पहले ही चेत जाता तो आज इतनी बड़ी घटना नहीं होती यह इनकी लापरवाही का नतीजा है। क्योंकि आपको बताते चलें महेशपुर रेंज हमेशा लापरवाही में लखीमपुर खीरी में सबसे आगे रहा। अखबारों की सुर्ख़ियों में हमेशा महेशपुर रेंज की लापरवाही की चर्चाएं छपती रही।
रिपोर्ट – सुखविंदर सिंह कम्बोज