लखनऊ- जहां एक तरफ सूबे की सरदार बदलते ही शासन प्रशासन मे खलबली मच गयी है वही कुछ वर्दीधारियों चंद पैसों की खनक मे आँख पर मोटा चश्मा व कान मे तेल डाल कर अपनी मनमानी कर रहे है ।
अभी ताज़ा मामला सरोजनी नगर थानाक्षेत्र मे देखने को मिला जहां एक लाचार महिला की दुकान पर दबंगों मे पुलिस की संरक्षण मे जबरन कब्जा कब्जा करवा दिया। महिला का आरोप है कि सरोजनीनगर पुलिस ने पैसे लेकर किरायेदार से कब्जा करवा दिया। महिला ने सरोजनीनगर थाना प्रभारी पर पीटने का भी आरोप लगाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरोजनी नगर थानाक्षेत्र के गौरी बाजार निवासिनी गीता साहू ने बताया वह अपने परिवार के साथ रहती है। करीब 14 साल पहले यहीं के रहने वाले अरुण पेंटर और राजेश रावत ने उसकी एक दुकान किराये पर 1200 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से ली थी। पीड़िता का कहना है कि दुकान का 10 वर्षों के लिए एग्रीमेंट हुआ था लेकिन 14 साल बाद भी दुकान खाली नहीं की गई। पीड़िता को पिछले पांच महीनों से किराया भी दबंगों ने नहीं दिया है। पीड़िता ने बताया जब उसने किराया मांगा तो किरायेदार दुकान ना खाली करने का फरमान सुनाते हुए गलियां दी। इस बात से नाराज महिला ने रविवार सुबह दुकान से सारा सामान बाहर फेंक दिया और अपना ताला डाल दिया। पीड़िता का आरोप है इस दौरान किरायेदार ने थाना प्रभारी सरोजनीनगर सुधाकर पांडेय को रिश्वत देकर बुलाया। महिला ने आरोप लगाया की थाने का फोर्स लेकर थाना प्रभारी पहुंचे और उसे ही गालियां देने लगे। इस दौरान जब पीड़िता ने इसका विरोध किया तो थानाध्यक्ष ने उसकी पिटाई कर दी। इतना ही नहीं पुलिस ने ताला जबरन तुड़वाकर फिर से सामान वापस रखवा दिया।वही इस पूरे प्रकरण मे सरोजनी नगर प्रभारी ने इन सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया ।