ककुवा ने देवी-देवताओं, ऋषियों-मुनियों, अत्याचारी असुरों व देश के महापुरुषों को जाति-धर्म में बाँटने की प्रवृति की चर्चा करते हुए कहा- द्याखव तौ जमाना कहाँ ते कहाँ आय गवा। ई जमाने मा राम ठाकुर होइगे अउ रावण पंडित होइगे। सारे अल्प ज्ञानी मिलिके कृष्ण का यादव अउ परशुराम का ब्राह्मण ...
Read More »