अफगानिस्तान में काबुल के मिलिट्री अस्पताल में हुए हमले में तालिबान का एक अहम सहयोगी मौलवी हमदुल्लाह मुखलिस भी मारा गया. एजेंसी रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है.
मुखलिस काबुल मिलिट्री कॉर्प्स का सरगना था. वह उन बड़े तालिबानी कमांडरों में शुमार था, जो अगस्त में अशरफ गनी के भाग जाने के बाद अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में घुसे थे.
तालिबान द्वारा सत्ता हथियाने के बाद से लगातार हो रहे हमलों के बीच मंगलवार का हमला सबसे ताजा था. यह हमला एक आत्मघाती हमलावर ने अंजाम दिया, जिसने खुद को अस्पताल के गेट के बाहर उड़ा लिया. इसके बाद बंदूकधारी अस्पताल परिसर में घुस आए और गोलीबारी करने लगे.
देश में सत्ता पर काबिज तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) को बताया कि काबुल में सरदार मोहम्मद दाऊद खान सैन्य अस्पताल के बाहर नागरिकों को निशाना बनाकर विस्फोट किया गया.