आगरा। जिले में कोरोना संक्रमण के साथ ऑक्सीजन की किल्लत भी बढ़ती जा रही है। ऑक्सीजन को लेकर किल्लत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रशासन और प्राइवेट अस्पतालों के बीच ऑक्सीजन को लेकर मची खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है। सोमवार को शहर के कालिंदी विहार स्थित चौहान हॉस्पिटल एंड आई केयर सेंटर के मैनेजर ने एत्मादपुर की तहसीलदार प्रीति जैन पर भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर छीनने तक का आरोप लगा दिया। हालांकि तहसीलदार ने अपनी सफाई में इन आरोपों को झूठ करार दिया है।
अस्पताल प्रबंधक डॉ. भूपेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि तहसीलदार ने उनके ऑक्सीजन के 15 भरे हुए सिलेंडर छीन लिए। उन्होंने सीएमओ को लिखे शिकायती पत्र में कहा कि तहसीलदार द्वारा रोज-रोज के मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर हम अपना कोविड सेंटर बंद करना चाहते हैं। डॉ. सिंह ने कहा, हमारे अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया है और यहां 20 बेड हैं। यहां फिलहाल 13 मरीजों का इलाज चल रहा है। सोमवार को कुछ घंटे की ऑक्सीजन बचने पर हमने अपने कर्मचारियों को गाड़ी के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराने भेजा।
रीफिलिंग सेंटर पर पहले से मौजूद तहसीलदार प्रीति जैन ने हमारे कर्मचारियों से अभद्रता की और कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए 15 भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर छीन लिए। दबाव पड़ने पर उन्होंने सिलिंडर वापस भेज दिया। उन्होंने कहा, प्रीति जैन हर रोज हॉस्पिटल की ऑक्सीजन को बाधित करती हैं। ऐसा ही रहा तो हम मरीजों का कैसे इलाज करेंगे। इसलिए हमने सीएमओ और डीएम से शिकायत की है। मेरा शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने 5 सिलेंडर भरे हुए और 10 सिलेंडर खाली वापस भिजवा दिए।
उधर तहसीलदार प्रीति जैन ने भूपेंद्र के सारे आरोप बेबुनियाद बताते हुए कहा, ‘दिन-रात ड्यूटी करके हम लोग जैसे-तैसे ऑक्सीजन की लगातार सप्लाई सुनिश्चित करवाने की कोशिश में लगे हैं। सोमवार सुबह 11 बजे राधे मनोहर एजेंसी पर भूपेंद्र सिंह के कुछ लोग आए और उसका ऑक्सीजन टैंक जो पूरी तरह ड्राई हो चुका था और सिर्फ 4 सिलिंडर बचे थे, उसे ही उठाकर ले जा रहे थे। मैंने उन्हें समझाया कि कहीं और से जाकर भरवा लें। मगर ये लोग अपना राजनीतिक रसूख दिखाकर बहस करते रहे और खाली सिलेंडर वहीं छोड़ गए। वो सारे 15 सिलेंडर भरना चाहते थे। उन्होंने आगे बताया, हमारे पास जब व्यवस्था हो पाई तो हमने इनके मरीजों की संख्या को देखते हुए 5 सिलेंडर भरकर दे दिया और 10 खाली भिजवा दिए। मगर ये लगातार बहस करते रहे कि इन्हें सारे 15 सिलेंडर भरे हुए चाहिए, जबकि हमें और अस्पतालों की सप्लाई भी देखनी है।
मालूम हो, आगरा में ऑक्सीजन की किल्लत, लगातार बनी हुयी है। शहर के कई कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं होने के नोटिस लगे हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह के मुताबिक रुड़की से 16 टन और मोदी नगर से 16 टन गैस मिली है। इस तरह 32 टन लिक्विड ऑक्सीजन गैस की सप्लाई हुई है।