आतंकवाद को शह देने के मसले पर पाकिस्तान एकबार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब हो गया है। टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टाक्स फोर्स ने उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया है। एफएटीएफ की क्षेत्रीय इकाई एशिया पेसिफिक ग्रुप (एपीजे) ने शुक्रवार को टेरर फंडिंग पर लगाम लगा पाने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया है।
सूत्रों के अनुसार एपीजे ने इसके लिए 11 मानदंड तय किए थे जिसमें से 10 पर पाकिस्तान फेल रहा है। एफएटीएफ के इस कदम से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की हालत और खराब होगी। अभी कुछ ही दिन पहले ही इस्लामाबाद में तैनात अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) की प्रतिनिधि टेरीजा सांचेज ने कहा था कि यदि पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट यानी निगरानी सूची से बाहर नहीं निकला तो उसका हालिया स्वीकृत लोन भी खतरे में पड़ जाएगा।