उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से बेहद ही शर्मनाक मुद्दा सामना आया है। यहां एक 55 वर्ष की बुजुर्ग महिला के साथ कुछ लोगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित महिला ने पुलिस के सामने आपबीती सुनाई है। जिसके बाद पुलिस ने सारे प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए दो लोगों को अरैस्ट कर कारागार भेज दिया है।
मुद्दा आजमगढ़ के जहानागंज थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित बुजुर्ग महिला जंगल के रास्ते अपने घर जा रही थी। इसका का लाभ उठाकर कुछ लोगों ने उनके साथ मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को अंजाम दिया। महिला का बोलना है कि उन्होंने आरोपियों से बोला कि वे लोग उनके बेटे के आयु के हैं, ऐसी हरकत न करें। लेकिन आरोपियों ने उनकी एक न सुनी और सामूहिक दुष्कर्म जैसी जघन्य घटना को अंजाम दिया।
डॉक्टर ने बलात्कार पीड़िता का नही किया मेडिकल
बता दें कि इससे पहले जिले के निजामाबाद थाना क्षेत्र से बलात्कार की घटना सामने आई थी। पुलिस जब महिला का मेडिकल टेस्ट कराने ले गई तो चिकित्सक ने जाँच करने से इनकरा कर दिया था। दरअसल, निजामाबाद थाने की पुलिस रविवार (26 मई) की रात बलात्कार पीड़िता का मेडिकल कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंची थी। वहां नाइट ड्यूटी पर उपस्थित डॉ असलम ने युवती की मेडिकल जाँच करने से मना कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मी व चिकित्सक के बीच बहस प्रारम्भ हो गई। सिपाही ने बोला कि आप पब्लिक सर्वेंट है व आप का कर्तव्य है मरीज को देखना। लेकिन उसके बावजूद भी चिकित्सक नहीं माना। देर रात सीएमएस डॉ अमिता अग्रवाल के हस्तक्षेप के बाद किसी तरह से बलात्कार पीड़िता का मेडिकल हुआ था।