लखनऊ। वैसे तो हम सभी ने चौक-चौराहों पर चंद रुपयों के लिए खाकी को दागदार होते हुए कई बार देखा है। लेकिन उन्हीं लोगों के बीच में कुछ वर्दीधारी ऐसे भी हैं, जो महकमें और वर्दी की आन-बान और शान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने को सदैव तत्पर रहते हैं। उन्हीं चंद लोगों में से एक डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी के मार्गदर्शन और एसीपी गाजीपुर विजय राय सिंह के नेतृत्व में काम करने वाले आरक्षी पवन कुमार शुक्ला ने ईमानदारी की मिसाल पेश किया।
जानकारी के मुताबिक एसीपी गाजीपुर ऑफिस में तैनात आरक्षी पवन को कार्यालय आते समय सड़क पर पड़ा हुआ एक पर्स मिला था। पर्स में मिले एटीएम कार्ड के जरिये सम्बंधित बैंक से सम्पर्क कर उन्होंने खाताधारक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर से सम्पर्क स्थापित करते हुए पर्स के असली मालिक को ढूंढ निकाला।
पर्स सुल्तानपुर निवासी हर्षिता तिवारी का था। पर्स के अंदर कुछ जरूरी दस्तावेजों के साथ ही हजारों की नकदी व बैंक का एटीएम कार्ड था। आरक्षी पवन द्वारा खोए हुए पर्स की जानकारी पाकर हर्षिता की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने आरक्षी पवन समेत कमिश्नरेट पुलिस को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि पवन जैसे लोगों की बदौलत ही आम जनता में महकमें के प्रति विश्वास कायम है। हर्षिता की बहन ने एसीपी कार्यालय पहुंचकर पर्स प्राप्त किया। पर्स पाकर उनके चेहरे पर तसल्ली भरी मुस्कान देखते बन रही थी। @AnupamChauhan