औरैया। जिले की 477 ग्राम पंचायतों में से 235 ग्राम पंचायतों में सदस्यों की संख्या मानक (दो तिहाई) से कम होने से वहां के नवनिर्वाचित प्रधानों व सदस्यों का शपथ ग्रहण नहीं हो सकेगा, जिससे ये ग्राम पंचायतें संघटित नहीं हो पायेंगी।
जिले के सात ब्लाकों की 477 ग्राम पंचायतों में 242 में दो तिहाई से अधिक जबकि 235 में दो तिहाई से कम ग्राम पंचायत सदस्य चुने गये हैं। जिले में ब्लाक बार औरैया की 95 में 33, अजीतमल की 68 में 48, भाग्यनगर की 73 में 31, सहार की 65 में 33, बिधूना की 69 में 30, ऐरवाकटरा की 46 में 36 एवं अछल्दा की 61 में 31 ग्राम पंचायतों में दो तिहाई से अधिक जबकि औरैया की 62, अजीतमल की 20, भाग्यनगर की 42, सहार की 32, बिधूना की 39, ऐरवाकटरा की 10 एवं अछल्दा की 30 ग्राम पंचायतों में दो तिहाई से कम सदस्य चुने गये हैं। जिस कारण इन पंचायतों को अगठित मानते हुए वहां के नवनिर्वाचित प्रधानों व सदस्यों को शपथ नहीं दिलाई जायेगी। इस आधार पर जिले के 50.73 प्रतिशत प्रधानों को शपथ दिलाई जायेगी जबकि 49.27 प्रतिशत प्रधानों को उपचुनाव तक शपथ का इंतजार करना पड़ेगा।
जानकारी के अनुसार पंचायत नियमावली के मुताबिक जिन ग्राम पंचायतों में दो तिहाई या उससे अधिक ग्राम पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं उन्हीं पंचायतों को संघटित मानते हुये वहां केे नवनिर्वाचित प्रधानों को शपथ दिलायी जायेगी। शासन द्वारा जारी आदेश के तहत जिलाधिकारी 24 मई को ग्राम पंचायतों को संघटित करने की अधिसूचना जारी करेंगे, जिसके बाद 25 व 26 मई को वर्चुअल/वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मानक पूरे करनी वाली ग्राम पंचायतों के प्रधान व सदस्यों को शपथ ग्रहण दिलायी जायेगी और 27 मई को नव गठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक आयोजित की जायेगी।
निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कुल 477 ग्राम पंचायतों में मात्र 242 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां पर दो तिहाई या उससे अधिक सदस्य निर्वाचित हुए है यानि इन पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रधानों व सदस्यों को 25 व 26 मई को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई जायेगी। जबकि 235 ग्राम पंचायतों में दो तिहाई से कम सदस्य निर्वाचित होने पर वहां के प्रधानों को शपथ के लिए तब तक इंतजार करना पड़ेगा तब तक उपचुनाव के बाद वहां पर मानक के अनुरूप सदस्यों का निर्वाचन नहीं हो जाता है।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर