लखनऊ। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार की कार्यशैली पूर्व की सरकार की तरह है। सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्ट तंत्र पूर्ववत की सरकारों की तरह ही काम कर रहा है। प्रदेश के शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार का मामला इसका उदाहरण है।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश को बर्बाद करना हो तो बम गिराने के बजाय वहां की शिक्षा व्यवस्था बर्बाद कर दो। भ्रष्टाचार में लिप्त लोग केवल अपराधी नहीं बल्कि प्रदेश के दुश्मन भी है। उन्होंने आरोप लगाया कौन सा बी.एस.ए. नही जानता कि कौन सा शिक्षक खुद पढ़ाने की जगह दूसरा शिक्षक रखे है।
शिक्षा विभाग के भ्रष्टाचार के आरोपियों पर एनएसए की सजा होनी चाहिए। शिक्षा में भ्रष्टाचार करने वाले देश-प्रदेश के दुश्मन जैसे हैं। श्री सिंह ने कहा कि पशुधन विभाग में निजी सचिव ही भ्रष्टाचार में शामिल है। मंत्री की सत्यनिष्ठा संदिग्ध मानकर मंत्री पद से हटाये जाने की मांग भी की है। जबकि मंत्री अपने निजी सचिव स्वयं नियुक्त करते हैं। अधिकतर प्रदेश सरकार के मंत्रियों की कार्य प्रवृत्ति पूर्व शासन काल के मंत्रियों में कोई अंतर नहीं है।