• उच्च पदों पर महिलायों की संख्या अभी भी सीमित- श्रद्धा ठाकुर
• रिजर्व बैंक द्वारा महिलाओं के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित- आकांक्षा गुप्ता
अयोध्या। डाॅ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध एवं उद्यमिता विभाग 24 नवम्बर 2024 से एमएसएमई द्वारा चलाये जा रहे मैनेजमेंट डेवलपमेंट प्रोग्राम के समापन के दिन शनिवार को जेंडर डाइवर्सिटी इन बैंक विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारतीय रिजर्व बैंक की महाप्रबंधक (मानव संसाधन विकास) श्रद्धा ठाकुर रही। उन्होंने कहा कि भारत में उच्च पदों पर महिलायों की संख्या अभी भी सीमित है।
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इस संख्या को लेकर सभी को जागरूक करना होगा। उन्होंने छात्रों से रूबरू होते हुए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं से अवगत कराया और वर्तमान में उपयोग की जा रही डिजिटल बैंकिंग सेवाओ से जागरूक किया। इसके अलावा डिजिटल बैंकिंग के जरिये हो रहे साइबर क्राइम के बारे में भी चर्चा करते हुए वे बैंकिंग लोकपाल के जरिये भी निपटान की विधि से परिचित कराया।
कार्यक्रम में आकांक्षा गुप्ता ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक महिलायों के चयन हेतु प्रतिबद्ध है। सर्विस सेक्टर में अभी महिलाओं की संख्या काफी कम है जिसे महिला अभ्यर्थी के अधिक से अधिक प्राथमिकता के आधार पर सेवाएं चुनने से संतुलित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हर समुदाय को वित्तीय रूप से शिक्षित करने हेतु विभिन्न योजनायों को संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने रिजर्व बैंक द्वारा महिला कर्मियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं से रूबरू कराया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ महेंद्र पल सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ आशुतोष कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया। इस मौके पर डॉ रामजीत सिंह यादव, डॉ प्रियंका सिंह, डॉ श्रीश अस्थाना, डॉ निमिष मिश्र सहित अन्य उपस्थित रहे।
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रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह