महिला हाकी टीम की कप्तान रानी रामपाल को ‘वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर’ पुरस्कार के लिए चुने जाने के सम्मान में उन्हें समय से पहले प्दोन्नति दी गई है. यह घोषणा भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने की है. मालूम हो कि साइ के साथ 2015 में कोच के तौर पर जुड़ने वाली रानी को तत्काल प्रभाव से कोच (लेवल-10) के पद पर पदोन्नति दी गई है. रानी को उनकी उपलब्धि पर पुरस्कृत करने की साइ की पहल के बारे में खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा,” एक संस्था के तौर पर खिलाड़ी का कल्याण साइ की मुख्य चिंता है. यह सरकार की जिम्मेदारी है कि खिलाड़ी को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं दी जाए.”उन्होंने कहा,”सभी खिलाड़ियों के वित्तीय स्थित को बेहतर करना काफी अहम है.
रानी ने देश के लिए जो योगदान दिया है यह उसकी सराहना का तरीका है.”’द वर्ल्ड गेम्स’ ने विश्व भर के खेल प्रेमियों द्वारा 20 दिन के मतदान के बाद गुरुवार को विजेता के रूप में रानी की नाम की घोषणा की. उसने बयान में कहा,”रानी 199,477 मतों की प्रभावशाली संख्या के साथ वर्ष की खिलाड़ी बनने की दौड़ में स्पष्ट विजेता के रूप में उभरी. इसमें जनवरी में 20 दिनों में विश्व भर के खेल प्रेमियों ने अपने पसंदीदा खिलाड़ी के लिये मतदान किया. इस दौरान कुल 705,610 मत पड़े.” रानी ने 15 साल की उम्र में 2009 में देश के लिए पदार्पण किया था. उन्होंने 2016 में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारतीय टीम का नेतृत्व किया था. उनकी कप्तानी में भारत ने पिछले साल एफआईएच सीरीज फाइनल्स जीता था और रानी को टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था.
रानी की अगुवाई में ही भारत ने तीसरी बार ओलंपिक खेलों (तोक्यो 2020) के लिये क्वालीफाई किया. रानी को 2016 में अर्जुन पुरस्कार दिया गया जबकि हाल में वह पदमश्री पुरस्कार के लिये चुनी गई. पिछले कुछ वर्षों में साइ ने कई प्रमुख खिलाड़ियों को कोच के रूप में नियुक्त किया है. साइ ने मुहम्मद अनस याहिया, शरद कुमार, ओपी जैशा, सविता पूनिया और अश्विनी अकुंजी जैसे खिलाड़ियों कोच के रूप में नियुक्त किया है. रानी रामपाल की यह नियुक्ति तब हुई है जब वे सक्रिय खिलाड़ी भी है. इसका मकसद उनके और उनके परिवारों के लिए वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करना है.