किसान आंदोलन के समर्थन में आहूत भाकियू की पंचायत में 21 फरवरी को यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड़ और दिल्ली के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन का एलान किया गया। इसके अलावा 26 और 27 फरवरी को किसान हरिद्वार से गाजीपुर तक अपने-अपने क्षेत्र में हाईवे पर दिल्ली की ओर ट्रैक्टर खड़े कर विरोध जताएंगे। हाईवे वनवे कराकर वाहनों का आवागमन भी जारी रहेगा।
किसान भवन पर भाकियू की मासिक पंचायत में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड़ और दिल्ली के पदाधिकारी शामिल हुए। भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि हाईवे पर ट्रैक्टर खड़े करने का प्रस्ताव पंचायत के बाद संयुक्त किसान मोर्चा को भेजा जाएगा। मोर्चा की सहमति से अंतिम फैसला होगा। सरकार के पास अभी भी समय है।
हम सरकार से टकराव नहीं चाहते। किसानों से एकजुटता का आह्वान करते हुए कहा कि हम पंजाब और हरियाणा के साथ हैं, लेकिन उन्होंने थोड़ी जल्दी कर दी है। दिल्ली को एक साथ घेरना था।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि पूंजीपतियों के गैंग ने भाजपा पर कब्जा कर लिया है। संयुक्त को तोड़ने का काम सरकार ने किया। पंजाब में तीन मोर्चे बना दिए गए। लेकिन सब किसान एक हैं। किसान विरोधी टीवी चैनल और डिबेट देखना बंद कर दो।
जिसकी जहां मर्जी वहीं दे वोट : टिकैत
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों की जहां मर्जी है, वहीं वोट दें। हम किसी को नहीं रोकेंगे। राजनीति से हमारा कोई मतलब नहीं है।
अटल-आडवाणी मान लेते बात : टिकैत
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी या भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी होते तो किसानों की बात मान लेतें। वो गांव से चुनकर दिल्ली गए थे। यह सरकार किसानों की बात नहीं मानेगी।