Lucknow। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के नेतृत्व व निर्देशन में दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान (Deen Dayal Upadhyaya Gramya Vikas Sansthan) बख्शी का तालाब लखनऊ में विभिन्न सरकारी, अर्धसरकारी विभाग एवं संस्थाओ के अधिकारियों, कर्मचारियों व रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक दक्ष व सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है।
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इसी कड़ी में दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब लखनऊ द्वारा भारत सरकार के सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीनस्थ सांख्यिकी क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ द्वारा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के 80वें दौर के सर्वेक्षण के अन्तर्गत दो दिवसीय क्षेत्रीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन संस्थान के बुद्धा सभागार में किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण शिविर में लखनऊ मंडल, झांसी मंडल तथा देवीपाटन मंडल के कुल 75 अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को डिंपल यादव (Dimple Yadav), सहायक निदेशक एनएसएसओ द्वारा स्वागत सम्बोधन के माध्यम से आरम्भ किया गया। डॉ सुचिता गुप्ता (Dr Suchita Gupta), उप महानिदेशक क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ ने उद्घाटन सम्बोधन में समाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के 80वें दौर के सर्वेक्षण की महत्वपूर्ण गतिविधियों एवं अवधारणाओं के विषय में विस्तृत रूप से प्रशिक्षु अधिकारियों का ज्ञानवर्धन किया।
मो० तैयब, उप निदेशक आंचलिक कार्यालय लखनऊ द्वारा सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण की देश में नियोजन एवं नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में विस्तार पूर्वक बताया। वरूण विद्यार्थी, संस्थापक अध्यक्ष मानवोदय सेवा संस्थान एवं आरएल राजवंशी, राज्य मद्य निषेध अधिकारी उप्र द्वारा क्रमशः अपने-अपने विषयों तथा प्रासंगिक कार्य क्षेत्र में कैसे कार्य करेंगे ,इत्यादि विधाओं पर विस्तृत व्याख्यान दिया।
इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के अन्तर्गत ही मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्तर के शिक्षाविद् एवं पूर्व लोक सेवा आयोग उप्र के वरिष्ठ सदस्य डॉ कृष्णवीर सिंह शाक्य द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा तथा मिशन कर्मयोगी विषयों को अर्न्तसमाहित करते हुये, विश्लेषणात्मक रूप से प्रासंगिक एवं वर्तमान वस्तु स्थिति को उद्धृत करते हुये एक-एक करके सम्बन्धित उपयोगी एवं तथ्यपरक घटकों पर व्याख्यान दिया।
अध्यक्षीय सम्बोधन के अन्तर्गत संस्थान के प्र०अपर निदेशक बीडी चौधरी द्वारा सम्बन्धित विषय-विशेषज्ञों एवं विभागीय अधिकारियों तथा उपस्थित प्रतिभागी अधिकारियों का स्वागत अभिनन्दन करतें हुये प्रशिक्षण विधा की उपयोगिता तथा इसके महत्व पर डीओपीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार एक प्रासंगिक व्याख्यान दिया तथा सभी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबन्धन के दृष्टिगत संस्थान के सहायक निदेशक आलोक कुशवाहा, शोध सहयुक्त प्रतिमेश तिवारी, उपेन्द्र दुबे, कम्प्यूटर प्रोग्रामर तथा प्रचार सहायक मो0 शहंशाह का उल्लेखनीय एवं सराहनीय योगदान है।