क्षेत्रीय व व्यक्तिगत प्रभाव के किले ढहते गए और उत्तर प्रदेश की जिला पंचायतों पर भाजपा ने परचम लहरा दिया। जिला पंचायत अध्यक्ष की 75 में 67 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी की जीत मिशन-2022 के लिए सत्ताधारी दल की रीति-नीति और रणनीति पर भरोसे की मुहर लगाने वाली है।
इससे पहले मंगलवार को 22 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए थे। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 53 जिलों में पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे तक मतदान हुआ तथा तीन बजे के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई और देर शाम तक परिणाम घोषित कर दिए गए।
गांवों में मजबूत कही जा रही सपा के लिए महज पांच सीटों पर सिमट जाना बड़ा झटका है। इसी तरह कांग्रेस रायबरेली में एकमात्र प्रत्याशी को भी नहीं जिता सकी। उधर, जाट लैंड बागपत में एक जीत ने राष्ट्रीय लोकदल के चौधरी का मान जरूर रख लिया।
सूत्रों के अनुसार शनिवार को हुई मतगणना में एटा, संत कबीर नगर, आजमगढ़ और बलिया में समाजवादी पार्टी, बागपत में राष्ट्रीय लोकदल, जौनपुर में निर्दलीय और प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल की उम्मीदवार को जीत मिली।