प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया था। इसमें देश को रक्षा उत्पाद व हथियारों के निर्यातक रूप में प्रतिष्ठित करने का विचार भी समाहित था। इसके दृष्टिगत आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया गया था। इससे नरेंद्र मोदी का संकल्प साकार हो रहा है। परियोजनाएं जमीन पर उतर रही है। नरेंद्र मोदी की अलीगढ़ यात्रा इस संदर्भ में महत्वपूर्ण है। इसके अलावा शिक्षा की द्रष्टि से भी उनका आगमन उपयोगी है।
उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर के सम्यक विकास के लिए कुल छह नोड अलीगढ़, आगरा,कानपुर, चित्रकूट,झांसी एवं लखनऊ बनाए गए हैं। डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर में निवेश प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश रक्षा तथा एयरोस्पेस इकाई एवं रोजगार प्रोत्साहन प्रथम संशोधन नीति लागू की है। अलीगढ़ नोड के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उन्नीस कम्पनियों को भूमि का आवंटन सुनिश्चित किया जा चुका है। यह कम्पनियां बारह सौ करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेंगी। प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ में तीव्र गति से अवस्थापना एवं विकास के कार्य किए हैं।
अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार,आयुध,ड्रोन, एयरोस्पेस मेटल कम्पोनेण्ट्स,एण्टी ड्रोन सिस्टम,डिफेंस पैकेजिंग एवं अन्य इण्डस्ट्रीज प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश के डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से देश को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और मेक इन इण्डिया को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
नरेन्द्र मोदी ने करीब तीन वर्ष पूर्व को लखनऊ में उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर्स समिट का शुभारम्भ करते हुए उत्तर प्रदेश में एक डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर स्थापित किये जाने की घोषणा की थी। इसके अलावा नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया।
उन्होंने राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय तथा उत्तर प्रदेश इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर अलीगढ़ नोड के प्रदर्शनी माॅडल्स का अवलोकन किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित थे। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,शिक्षाविद एवं समाज सुधारक राजा महेन्द्र प्रताप सिंह की स्मृति और सम्मान में प्रदेश सरकार द्वारा अलीगढ़ में राज्य विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।
यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ की तहसील कोल के ग्राम लोधा एवं ग्राम मूसेपुर करीब जिरौली में स्थापित किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार में अलीगढ़ मण्डल के चारों जनपद अलीगढ़,कासगंज, हाथरस एवं एटा शामिल हैं।
अलीगढ़ मण्डल के तीन सौ पंचानबे महाविद्यालय इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होंगे। यूपीडा ने विभिन्न कंपनियों से मिले प्रस्तावों पर कार्रवाई करते हुए अलीगढ़ नोड में करीब बीसअंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को हेक्टेयर भूमि अब तक आवंटित की है। कानपुर नोड में दो कंपनियों को चार एकड़ तथा झांसी में एक कंपनी को पन्द्रह एकड़ भूमि आंवटित की गई है। लखनऊ नोड में दो सौ एकड़ भूमि ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर बनाने के लिए देने पर सहमति हो गई है। तीन वर्षों में पैसठ बड़ी कम्पनियों ने किया निवेश तीन वर्षों में यूपी के डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर में जिसके तहत पैसठ बड़ी कंपनियों ने अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर में सरकार से जमीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
अलीगढ़ नोड में डिफेंस सेक्टर से जुडी जिन कंपनियों को भूमि आवंटित हुई है,उनमें ड्रोन बनाने के लिए दो कंपनियां करीब पांच सौ करोड़ रुपए का निवेश कर रही हैं। इनमें एक कंपनी एंकर रिसर्च लैब एलएलपी और दूसरी एलन एंड अल्वन प्राइवेट लिमिटेड हैं। ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से,पानी के जहाज से,विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। यह दस मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड में नहीं आती। ब्रह्मोस अमरीका की टॉम हॉक से लगभग दुगनी अधिक तेजी से वार कर सकती है।
इसकी प्रहार क्षमता भी टॉम हॉक से अधिक है। रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है। यह रूस की पी 800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है। नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में दो हजार करोड़ से अधिक के निवेश वाली परियोजना यूपी डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास किया।