लखनऊ। प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अस्पतालों में सभी पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के हर जिले में एक-एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जेनरेटर्स युद्धस्तर पर लगाए जा रहे हैं। अस्पतालों में नौ हजार से अधिक पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) बेड तैयार किए जा चुके हैं। योगी सरकार ने निर्णयों से प्रदेश में अब कोरोना की दूसरी लहर पूरी तौर पर नियंत्रित है। दूसरे प्रदेशों के मुकाबले ‘योगी के यूपी मॉडल’ से संक्रमण पर तेजी से लगाम लगी है। जिसका परिणाम है कि साढ़े तीन माह के भीतर ही सर्वाधिक जनसंख्या वाले प्रदेश में बीते 24 घंटों में महज 93 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए और इस दौरान 218 लोगों ने कोरोना को मात भी दी है।
एग्रेसिव ट्रेसिंग, टेस्टिंग और त्वरित ट्रीटमेंट के साथ-साथ तेज टीकाकरण की नीति से प्रदेश कम समय में कोरोना को मात दे रहा है। पिछले 24 घंटों में जहां 2,28,158 कोविड सैम्पल की जांच की गई वहीं अब तक 05 करोड़ 93 लाख 31 हजार 655 टेस्ट किए जा चुके हैं। यह देश में किसी एक राज्य द्वारा की गई सर्वाधिक कोविड टेस्टिंग है। कोरोना का रिकवरी रेट पहले से और भी बेहतर होकर 98.6 प्रतिशत पहुंच गया है वहीं, पॉजिटिविटी दर 0.04 प्रतिशत दर्ज की गई। इतने कम समय में इतनी कम पॉजिटिविटी दर कोविड की पहली लहर के नियंत्रण में आने के बाद भी नहीं देखी गई थी। प्रदेश में कोरोना के 2,032 मामले पूरे प्रदेश में सक्रिय हैं। अब तक 16 लाख 82 हजार 130 प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण को मात दे चुके हैं। बता दें कि संक्रमण के मामले कम होने के बावजूद भी प्रदेश में एग्रेसिव टेस्टिंग को जारी रखने के सीएम ने निर्देश दिए हैं।
50 लाख लोगों को दी गई वैक्सिन की दोनों डोज
प्रदेश में टीकाकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अब तक 50 लाख प्रदेशवासियों को वैक्सीन की दोनों डोज दी जा चुकी हैं। बीते 24 घंटों में 08 लाख 68 हजार 202 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है। अब तक 03 करोड़ 35 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। प्रदेश में 09 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है। इन कॉलेजों में साढ़े 04 सौ से अधिक संकाय सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही इन नए मेडिकल कॉलेजों को लोकार्पण करेंगे।
15 अगस्त तक यूपी में 528 ऑक्सीजन प्लांट होंगें क्रियाशील
यूपी ऑक्सीजन उपलब्धता में आत्मनिर्भर हो रहा है। प्रदेश में 528 ऑक्सीजन प्लांट पर तेजी से काम किया जा रहा है जिसमें से अब तक 138 ऑक्सीजन प्लांट प्रदेश में क्रियाशील हो चुके हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन जेनरेटर के जरिए 15 फीसदी ऑक्सीजन की 3300 बेडों पर आपूर्ति हो रही है। विभिन्न औद्योगिक समूहों की ओर से ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने में मदद की गई है। अनेक औद्योगिक समूहों व इकाइयों ने ‘हेल्थ एटीएम’ उपलब्ध कराने के लिए आगे आए हैं। इन अत्याधुनिक मशीनों के जरिए से लोग बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर , मेटाबॉलिक ऐज, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा, वजन सहित कई पैरामीटर की जांच कर सकते हैं।