अमेरिका ने म्यांमार में पिछले सप्ताह तख्तापलट कर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अपदस्थ कर देने वाले सैन्य नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है।
राष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को म्यांमार के सैन्य नेताओं पर प्रतिबंध लगाने के एक कार्यकारी आदेश को मंजूरी दे दी। इन प्रतिबंधों के तहत म्यांमार के सैन्य नेताओं, उनके परिवार के सदस्यों और उनसे जुड़े सभी व्यवसायों को लक्षित किया जायेगा। साथ ही अमेरिका में रखे एक अरब डॉलर की सरकारी निधि तक उनकी पहुंच को रोकने के लिए भी कदम उठाये जा रहे हैं।
श्री बिडेन ने कहा कि उनका प्रशासन इस सप्ताह प्रतिबंधों के अंतर्गत शामिल लोगों की पहचान करेगा, हालांकि म्यांमार के कुछ सैन्य नेता रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ अत्याचारों को लेकर पहले से ही काली सूची में हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका ने तख्तापलट के दौरान एक महिला प्रदर्शनकारी के सिर में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल होने के बाद ये प्रतिबंध लगाये हैं। महिला को मंगलवार को गोली लगी थी जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पानी की बौछार और रबर की गोलियों का इस्तेमाल कर और गोलियां चलाकर तितर-बितर करने की कोशिश की।
म्यांमार में सेना द्वारा किसी स्थान पर पांच से अधिक लोगाें के एकत्रित होने पर रोक और रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाये जाने के बावजूद पिछले हफ्ते के तख्तापलट के विरोध में दसियों हजार लोग सड़कों पर उतर आये हैं जिसमें सुश्री आंग सान सू ची की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को अपदस्थ कर दिया गया।
इस दौरान कई लोगों को गंभीर चोटें लगने की रिपोर्ट मिली हैं क्योंकि पुलिस ने बल प्रयोग बढ़ा दिया है। झड़पों में अब तक किसी की मौत होने की रिपोर्ट नहीं है।