उत्तराखंड के चमोली जनपद से लगे भारत-चीन (तिब्बत) सीमा क्षेत्र सुमना में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के समीप ग्लेशियर टूटकर मलारी-सुमना सड़क पर आ गया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने इसकी पुष्टि की है। मुख्यमंत्री आज शनिवार की सुबह आपदा ग्रस्त इलाके का मुआयना करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान बताया गया कि आपदा ग्रस्त क्षेत्र में जगह-जगह भारी मात्रा में बर्फ है। बीआरओ सड़क खोलने में जुटा है। मुख्यमंत्री की सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की।
सीएम तीरथ सिंह रावत ने घटना का संज्ञान लेकर तत्काल अलर्ट जारी कर दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि वे निरंतर बीआरओ और जिला प्रशासन के संपर्क में हैं। बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि घटना की जल्द पूरी जानकारी पता कर सूचित करें। साथ ही एनटीपीसी और अन्य परियोजनाओं में रात में काम करने पर रोक लगाने के आदेश दिए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
सेना के अधिकारियों से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि नीति के पास आई इस आपदा में शुक्रवार रात से ही सेना राहत बचाव कार्य में लगी है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी के जवान और जिला प्रशासन की टीम भी युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। सेना से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 391 लोगों वहां बचाया गया है। 8 लोगों के शव बरामद किए गए हैं और चार लोग घायल हैं।