भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत के बाद Tripura में मुख्यमंत्री पद पर विप्लव देव और उपमुख्यमंत्री पद जिष्णु देव वर्मा को चुना गया है। मंगलवार को बीजेपी की ओर से नितिन गडकरी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष विप्लव देव त्रिपुरा में जीत के लिए अहम भूमिका में रहे। जिन्हें विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया।
- त्रिपुरा में 59 सीटों के लिए हुए चुनाव में 35 सीटों पर भाजपा उम्मीदवार विजयी हुए।
- आठ सीटों पर उसके सहयोगी दल इंडीजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा के उम्मीदवार विजयी हुए।
- सरकार बनाने के लिए भाजपा आज दावा पेश करेगी।
Tripura में भाजपा की जीत के बाद से हिंसा और तोड़फोड़ शुरू हो गई
त्रिपुरा में भाजपा की जीत के बाद से वामदल और बीजेपी कार्यकर्ता आमने सामने आ गये हैं। जिससे अचानक हिंसक घटनाएं बढ़ गई। वहीं प्रशासन का कहना है कि स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया गया है। जिसके बाद स्थिति शांत बनी हुई है। दरअसल पिछले 3 मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद से कई इलाकों में सत्तारूढ़ सीपीआई(एम) ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने आइपीएफटी कार्यकर्ताओं के घरों और आफिसों को निशाना बनाया।
- इसके साथ साम्यवादी विचारधारा के नायक लेनिन की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया गया।
- जिसके बाद से वामपंथी दल और उनके समर्थक नाराज हैं।
- जिससे हिंसक घटनाएं बढ़ी।