हेल्थ क्षेत्र में बजट प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है. ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा नए स्तर पर है.
पीएम मोदी ने कहा कि चिकित्सा उपकरणों से लेकर दवाईयों तक, वेंटिलेटर्स से लेकर वैक्सीन्स तक, वैज्ञानिक अनुसंधान से लेकर निगरानी ढांचा तक, डॉक्टर्स से लेकर महामारी तक, हमें सभी पर ध्यान देना है. ताकि देश भविष्य में किसी भी स्वास्थ्य आपदा के लिए बेहतर तरीके से तैयार रहे. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है.
पीएम मोदी ने बताया कि भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम चार मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं. जिसमें बीमारियों को रोकना यानि बीमारी से बचाव और कल्याण का प्रचार. गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देना. आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं. हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की मात्रा और गुणवत्ता में बढ़ोतरी करना. समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना. मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने साल 2025 तक का लक्ष्य रखा है. टीबी भी संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स से ही फैलती है. टीबी की रोकथाम में भी मास्क पहनना, शीघ्र निदान और उपचार, तीनों ही अहम हैं.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आयुष से जुड़े हमारे नेटवर्क ने भी बेहतरीन काम किया है. न सिर्फ मानव अनुसंधान को लेकर बल्कि इम्यूनिटी और वैज्ञानिक अनुसंधान को लेकर भी हमारा आयुष का इंफ्रास्ट्रक्चर देश के बहुत काम आया है.
पीएम ने कहा कि भारत की दवाओं और वैक्सीन के साथ साथ हमारे मसालों और हमारे काढ़े का भी कितना बड़ा योगदान है, ये दुनिया आज अनुभव कर रही है. हमारी ट्रेडिशनल मेडिसीन ने भी विश्व मन पर अपनी एक जगह बनाई है. देश को वेलनेस सेंटर, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल, क्रिटिकल केयर यूनिट, हेल्थ सर्विलांस इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक लैब्स और टेली मेडिसीन चाहिए. हमें हर स्तर पर काम करना है, हर स्तर को बढ़ावा देना है.