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‘भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहिए, लेकिन…’, जमात-ए-इस्लामी प्रमुख बोले- अतीत का बोझ छोड़ना होगा

बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख शफीकुर रहमान ने कहा है कि उनकी पार्टी चाहती है कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते बेहतर रहें, लेकिन भारत को हमारे मामलों में दखल नहीं देना चाहिए। रहमान ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि बांग्लादेश को सभी देशों जैसे अमेरिका, चीन, पाकिस्तान आदि के साथ भी अपने रिश्ते मजबूत करने चाहिए। हमें अतीत का बोझ लेकर नहीं चलना चाहिए।

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'भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहिए, लेकिन...', जमात-ए-इस्लामी प्रमुख बोले- अतीत का बोझ छोड़ना होगा

‘शेख हसीना भारत न जातीं तो अच्छा होता..’

शफीकुर रहमान (65 वर्षीय) ने कहा कि ‘भारत जमात ए इस्लामी को भारत विरोधी मानता है, लेकिन ये गलत है, इसमें बदलाव होना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि ‘जमात ए इस्लामी किसी देश के खिलाफ नहीं है। हम बांग्लादेश समर्थक हैं और सिर्फ बांग्लादेश के हितों की रक्षा करना चाहते हैं।’

जमात ए इस्लामी प्रमुख ने कहा कि ‘अगर शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत न जातीं तो ये अच्छा होता। शेख हसीना को बांग्लादेश लौटकर कानून का सामना करना चाहिए। भारत हमारा पड़ोसी है और हम उसके साथ अच्छे, स्थिर और द्विपक्षीय सद्भाव के रिश्ते चाहते हैं, लेकिन भारत ने अतीत में कुछ ऐसी चीजें की हैं, जो बांग्लादेश के लोगों को पसंद नहीं आईं।’

‘पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसी देशों से अच्छे रिश्ते चाहते हैं’

रहमान ने कहा ‘उदाहरण के लिए 2014 में बांग्लादेश में चुनाव के दौरान ढाका में एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक ने बताया था कि किन लोगों को चुनाव में हिस्सा लेना चाहिए और किन्हें नहीं। यह अस्वीकार्य है। पड़ोसी देश को ऐसा नहीं करना चाहिए। भारत को अपनी विदेश नीति की फिर से समीक्षा करनी चाहिए और एक दूसरे पड़ोसी देशों के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।’ रहमान ने कहा कि वह पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसी देशों के साथ बांग्लादेश के अच्छे रिश्ते चाहते हैं।

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