भारत और अमेरिका के बीच शुक्रवार को हुई ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में ना सिर्फ इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध का जिक्र हुआ, बल्कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन से जारी विवाद और कनाडा से चल रहे तनाव को लेकर भी चर्चा हुई. विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी.
इज़रायल और ग़ाज़ा को लेकर क्या चर्चा हुई है? क्या सीज़फायर को लेकर भी बात हुई? इस सवाल के जवाब में विदेश सचिव ने कहा, “दोनों देशों के बीच मिडिल ईस्ट के हालात पर चर्चा हुई. दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी राय रखी. हमारा रुख साफ़ है जो चर्चा के दौरान भी आया कि द्वि-राष्ट्र समाधान (टू स्टेट्स सॉल्यूशन) बातचीत और शांति के साथ होना चाहिए. भारत इज़रायल पर आतंकी हमले की निंदा करता है. आतंकवाद के ख़िलाफ भारत की नीति ज़ीरो टॉलरेंस की है. दूसरी तरफ़ भारत ने मानवीय सहायता भी भेजी है.”
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विनय मोहन क्वात्रा ने चीन विवाद पर चर्चा को लेकर कहा, “चीन की आचार संहिता को लेकर क्षेत्रीय परिप्रेक्ष्य में दोनों पक्षों के बीच विस्तृत रूप से वार्ता हुई. चीन को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत हुई.” भारत-कनाडा विवाद पर क्या बातचीत हुई? इस बारे में उन्होंने कहा, “कनाडा के मुद्दे पर हमारे सभी साझेदार देशों के साथ चर्चा अलग-अलग समय पर होती रहती है. हमारी चिंता सुरक्षा को लेकर है. आप लगातार पन्नू के वीडियो देख रहे होंगे, जो भारतीयों की सुरक्षा से संबंधित होते हैं. सुरक्षा संबंधित मुद्दे हम लगातार उठाते रहते हैं.”
‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने किया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया.