क्रिकेट की दुनिया में कई बार ऐसे रिकॉर्ड बन जाते हैं जिनके बारे में कई बार यकीन करना मुश्किल हो जाता है। आइये पढ़ते है ऐसे ही कुछ अनोखे रिकॉर्ड के बारे में….
पाक की ओर से खेले सचिन:
1987 में सचिन पाकिस्तान की तरफ से खेल चुके हैं। मुंबई के ब्राबोर्न स्टेडियम में क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया की गोल्डन जुबली के मौके पर भारत और पाकिस्तान के बीच अभ्यास मैच हो रहा था। इस दौरान पाकिस्तान के पास एक खिलाड़ी की कमी होने पर सचिन तेंदुलकर को सबस्टीट्यूट के रूप में फीलडिंग करनी पड़ी थी।
बर्थ डेट पर बना डाले रन:
इंग्लैंड के फेमस क्रिकेटर एलेक जेम्स स्टीवर्ट का जन्म 8-4-1963 हुआ था। इन्होंने टेस्ट के 133 मैचों में 39.54 के एवरेज से 8463 बनाए। इसमें इनकी 15 सेंचुरी और 45 हॉफ सेंचुरी शामिल हैं।
भारत और तीन साल का संयोग:
भारत ने पहला विश्व कप 1983 में और इसके बाद पहला टेस्ट मैच लॉर्ड्स में 1986 में जीता। इसके बाद भारत ने दूसरी बार 2011 विश्व कप जीता और फिर तीन साल बाद 2014 में लॉर्ड्स में टेस्ट जीता था।
पहली गेंद पर ले लिया पहला विकेट:
पाकिस्तान के क्रिकेटर इंजमाम उल-हक ने 24 नवंबर 1991 को, फैसलाबाद के इकबाल स्टेडियम में वेस्ट इंडीज के ब्रायन लारा का विकेट लिया था। यह उनका पहली गेंद में पहला विकेट था।
जन्मदिन पर लगा डाली हैट्रिक:
ऑस्ट्रेलिया के फेमस क्रिकेटर पीटर सिडल ने अपने जन्मदिन 25 नवंबर को हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने 25 नवंबर, 2010 को ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में हैट्रिक ली थी।
विश्व कप में सेमीफाइनल और फाइनल में शतक:
श्रीलंका के महिला जयवर्धने विश्व कप सेमीफाइनल और फाइनल में शतक बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। इन्होंने 2007 विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 115 रन बनाए। इसके बाद वह 2011 के विश्व कप फाइनल में भारत के खिलाफ 103 रन बनाकर नाबाद रहे।
1 से लेकर 10 नंबर तक खेले:
एक दिवसीय मैचों में दुनिया के सिर्फ चार खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने नंबर 1 से लेकर 10 नंबर तक के क्रम में बल्लेबाजी की। जिसमे दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लुसनर, अब्दुर रज्जाक और पाकिस्तान के शोएब मलिक और श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज हसन तिलकरत्ने शामिल हैं।
सबसे ज्यादा बोल्ड होने का रिकॉर्ड:
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार बोल्ड हुए होने का रिकॉर्ड राहुल द्रविड के नाम दर्ज है। पूरे करियर में कुल 55 बार क्लीन बोल्ड हुए हैं। वहीं करियर की अंतिम 13 पारियों में वह 9 बार बोल्ड हुये थे।