गोरखपुर। एनडीए की सहयोगी निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) ने बुधवार को गोरखपुर में सजातीय आरक्षण रैली निकालकर अपनी ताकत का एहसास कराया। पार्टी ने संकल्प दिवस मनाने के साथ कांग्रेस, सपा-बसपा और बिना नाम लिए केन्द्र की भाजपा सरकार पर भी निशाना साधा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सांसद रवि किशन और प्रवीण कुमार निषाद मौजूद रहे।
इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार निषाद ने कहा कि आने वाली पीढ़ी के बेहतर भविष्य के लिए निषाद पार्टी का जन्म हुआ है। सरकार से जारी 100 रुपये में 99 रु. जनता तक पहुंचते ही नहीं। 99 प्रतिशत तो राजनितिक हिस्सेदार खा जाते हैं। 70 सालों में जो भी सरकार आई वोट लेकर अपना नोट बनाने का काम किया। इनसे पहले अंग्रेजों ने लूट, कांग्रेस ने सिर्फ जय जवान जय किसान का नारा दिया। देश में गरीबी तब तक नहीं खत्म होगी जब तक वोटर पॉलिटिकल पार्टनर बनकर बजट का हिस्सेदार नहीं होता। निषाद पार्टी भी यही चाहती है कि वोटर पॉलिटिकल पार्टनर बन बजट का हिस्सेदार बनें।
उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार को चलाने के लिए पॉलिटिकल पार्टनरशिप की जरुरत होती है। देश के वोटर राजनीति एवं बजट का शिकार हो रहे हैं। इसलिए निर्बल हो रहे है। देश का असली भगवान वोटर है। वोटर पॉलिटिकल पार्टनर बनेगा तभी देश की गरीबी खत्म होगी। निषाद पार्टी ने वोटर के पास जाना होगा, वोटर को राजनीति पढ़ाना ही होगा, वोटर को गलत जगह वोट पड़ने से हो रहे सत्यानाश को बताना ही होग की मुहिम चलाई है। डॉ. निषाद ने कहा कि गोरखपुर गुरु मत्स्येन्द्रनाथ, गुरु गोरक्षनाथ की तपोभूमि है। वो हमारी जन्मभूमि के साथ कर्मभूमि भी है।
निषाद पार्टी ने योगी जी के क्षेत्र में 2018, 2019 का चुनाव भी वहां से लड़ा और जीता भी। इसलिए गोरखपुर संकल्प दिवस के लिए निषाद पार्टी लिए मह्तवपूर्ण है। भाजपा हमारी सहयोगी पार्टी है और 2019 में दोनों पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने आपस में विचार विमर्ष कर एक साथ आने का फैसला लिया था। लोग पूछते हैं कि लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा ने आपसे कई वायदे किए थे अब आप उनके सहयोगी भी है तो ऐसे में कोई वायदा पूरा हुआ या नहीं? हमें कहना पड़ता है कि वायदे उन्होने किए है तो अभी तक पूरे क्यों नहीं किए ये भाजपा जानें। हमने मछुआ समाज के आरक्षण और विकास के लिए गठबंधन किया है। मछुआ समाज के साथ सबने अन्याय किया, चाहे बसपा हो, सपा हो सबने वोट लेकर छलने का काम किया। सपा कभी एससी से बाहर कर पिछड़ी सूची में डाल देती है तो बसपा स्टे लगा देती है।