लखनऊ। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि दलितों व किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का दोहरा चरित्र देश के सामने आ गया है । उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी के मामले में निष्पक्ष जाँच की मांग करने वाले राहुल गांधी को आखिर छत्तीसगढ़ मे चार किसानों की गोली मारकर और राजस्थान में दलित की पीट पीटकर हत्या के निष्पक्ष जाँच से क्यों परहेज है? क्या राहुल और प्रियंका के लिए यूपी की सैर के आगे छत्तीसगढ़ और राजस्थान के पीड़ित परिवारों से मिलने का समय नहीं मिल रहा है?
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल गांधी के ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दलित की सरेआम पीट पीटकर हुई हत्या के बावजूद राहुल व प्रियंका गांधी को राजस्थान जाकर पीड़ित दलित परिवार से मिलने का समय नहीं मिला और न ही निष्पक्ष न्यायिक जांच की आवाज उठायी । यह साबित करता है कि कांग्रेस का दलित प्रेम महज चुनावी नाटक तक सीमित है। यही वजह है उत्तर प्रदेश में प्रियंका को दलितों के आत्मसम्मान का खयाल आता है और राजस्थान में दलित की हत्या पर दुख के दो शब्द भी नहीं निकलते हैं। छत्तीसगढ़ में चार किसानों की हत्या पर प्रियंका-राहुल मौन व्रत साध लेते हैं। आखिर राहुल गांधी चार किसानों की हत्या की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग क्यों नहीं करते?
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने ट्वीट किया था कि “अपराध के बाद जब सरकार व प्रशासन अन्याय करने लगे तब आवाज उठाना जरुरी है। लखीमपुर अन्याय मामले में हमारी मांग है कि निष्पक्ष न्यायिक जांच और गृह राज्यमंत्री की तुरंत बर्खास्तगी हो ताकि न्याय हो। “