अमेरिका में इस साल राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। इसी को लेकर व्हाइट हाउस की एक शीर्ष अधिकारी ने भारतीय-अमेरिकियों से पूछा कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर छह महीने बाद मतदान होने वाला है, ऐसे में असली सवाल यह उठता है कि क्या अमेरिका मजबूत, बहु-जातीय, बहु-धार्मिक लोकतंत्र बना रहेगा।
हम सभी अमेरिकी सपने का हिस्सा
राष्ट्रपति जो बाइडन की घरेलू नीति सलाहकार नीरा टंडन वार्षिक शिखर सम्मेलन और इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट समारोह में भाग लेने पहुंची थीं। इस मौके पर उन्होंने कहा, ‘इस साल वास्तविक सवाल, जिसका भविष्य पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, यह है कि क्या हम एक मजबूत, बहु-जातीय, बहु-धार्मिक लोकतंत्र बने रहेंगे, जहां हम में से कईयों का स्वागत किया जाता है, हम सभी अमेरिकी सपने का हिस्सा हैं, या क्या हम उससे पीछे हटना शुरू कर देंगे।’
चुनाव में शामिल होना जरूरी
उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि यह वास्तव में एक जरूरी पल है, न केवल आपकी भागीदारी के लिए, बल्कि आपके नेतृत्व के लिए। चुनाव में शामिल होना जरूरी है। बातचीत करना महत्वपूर्ण है। राजनीतिक प्रक्रिया में अधिक से अधिक लोगों को शामिल करना भी महत्वपूर्ण है।’
बच्चों को ज्यादा अवसर मिलें
भारतीय-अमेरिकी नेता ने कहा कि पिछले कई दशकों में उनका अनुभव अवसरों को बढ़ाने का रहा है। उन्होंने कहा, ‘मैं वास्तव में आभारी हूं कि इस देश ने मेरी प्रगति का स्वागत किया है। मैं उन मुद्दों पर व्हाइट हाउस में काम करने के लिए बहुत भाग्यशाली महसूस करती हूं, जो भारतीय अमेरिकियों और सभी अमेरिकियों के लिए मायने रखते हैं। यह बहुत बड़ा सम्मान और जिम्मेदारी है, लेकिन मुझे लगता है कि हमारी जिम्मेदारी का हिस्सा यह सुनिश्चित करना है कि हमारे बच्चों को इस देश में हमसे ज्यादा अवसर मिलें।’
बहुत सारे लोग राजनीति और नीति से जुड़े हुए
इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट का दो दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम गुरुवार को संपन्न हुआ। अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय अमेरिकियों और बाइडन प्रशासन में खासकर व्हाइट हाउस में बड़ी संख्या में उनका जिक्र करते हुए टंडन ने कहा, ‘मैं यह समझने के लिए कुछ समय लेना चाहती हूं कि इस प्रशासन में नेतृत्व करने की हमारी क्षमता इसलिए है क्योंकि बहुत सारी आवाजें हैं और बहुत सारे लोग राजनीति और नीति से जुड़े हुए हैं।’