भारत बायोटेक की कोवैक्सीन कोविड-19 के लक्षण वाले मामलों के खिलाफ 77.8 प्रतिशत और नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत प्रभावी है। कंपनी ने शनिवार को बताया कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों में कोवैक्सीन की क्षमता का अंतिम आकलन पूरा कर लिया है।
वहीं वैज्ञानिक बताते हैं कि वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद इससे बनी इम्यूनिटी कितनी देर तक रहेगी, इसे लेकर कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है। डॉक्टर कैथरीन कहती हैं कि हम इस बारे में कुछ भी स्पष्ट तरीके से नहीं कह सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम उन लोगों पर नजर रख रहे हैं, जिन्होंने वैक्सीन ले ली है। हम उन पर नजर रख रहे हैं कि वो कब तक सुरक्षित रहते हैं। इसलिए अभी आखिरी नतीजों के लिए हमें और इंतजार करना होगा।’
प्रभावकारिता का आकलन दर्शाता है कि कोवैक्सीन गंभीर लक्षण संबंधी कोविड-19 मामलों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत प्रभावी है जबकि सुरक्षा विश्लेषण दिखाते हैं कि सामने आईं प्रतिकूल घटनाएं बिलकुल वैसी ही थीं जैसी प्रयोगों में दी जाने वाली अहानिकारक दवाओं (प्लेसीबो) को देने पर देखने को मिलती हैं